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Episode | Date |
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रोमियो 8:28 | जो परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें भलाई उत्पन्न करती है
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Dec 30, 2023 |
भजन संहिता 107:1 | यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है
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Dec 29, 2023 |
फिलिप्पियों 2:12 | डरते और कांपते हुए अपने उद्धार का कार्य पूरा करते जाओ
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Dec 27, 2023 |
यूहन्ना 17:3 | अनन्त जीवन यह है, कि वे सच्चे परमेश्वर को जाने
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Dec 27, 2023 |
मत्ती 1:21 | वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना
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Dec 25, 2023 |
1 कुरिन्थियों 15:10 | परमेश्वर का अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ
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Dec 23, 2023 |
लूका 19:1-10 | मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है
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Dec 22, 2023 |
लूका 5:27-32 | वैद्य भले चंगों के लिये नहीं, परन्तु बीमारों के लिये अवश्य है
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Dec 21, 2023 |
लूका 2:10-11 | मत डरो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं
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Dec 20, 2023 |
भजन संहिता 17:13-15 | हे यहोवा, अपनी तलवार के बल से मेरे प्राण को बचा ले
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Dec 19, 2023 |
भजन संहिता 17:6-12 | हे ईश्वर, मुझे अपने आंखो की पुतली की नाईं सुरक्षित रख
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Dec 18, 2023 |
भजन संहिता 17:1-5 | हे यहोवा परमेश्वर, मेरी पुकार की ओर ध्यान दे
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Dec 16, 2023 |
भजन संहिता 16:8-11 | मैं ने यहोवा को निरन्तर अपने सम्मुख रखा है
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Dec 15, 2023 |
भजन संहिता 16:5-7 | यहोवा मेरा भाग और मेरे कटोरे का हिस्सा है
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Dec 14, 2023 |
भजन संहिता 16:2-4 | हे परमेश्वर, तू ही मेरा प्रभु है
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Dec 13, 2023 |
भजन संहिता 16:1 | हे ईश्वर मेरी रक्षा कर
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Dec 12, 2023 |
भजन संहिता 15:1-5 | हे परमेश्वर तेरे तम्बू में कौन रहेगा?
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Dec 11, 2023 |
भजन संहिता 14:4-7 | परमेश्वर धर्मी लोगों के बीच में निरन्तर रहता है
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Nov 21, 2023 |
भजन संहिता 14:1-3 | परमेश्वर ने स्वर्ग में से मनुष्यों पर दृष्टि की है
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Nov 20, 2023 |
भजन संहिता 13:1-6 | हे मेरे परमेश्वर यहोवा मेरी ओर ध्यान दे
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Nov 18, 2023 |
भजन संहिता 12:5-8 | परमेश्वर का वचन पवित्र है
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Nov 17, 2023 |
भजन संहिता 12:1-4 | प्रभु सब चापलूस ओठों को काट डालेगा
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Nov 16, 2023 |
भजन संहिता 11:4-7 | परमेश्वर का सिंहासन स्वर्ग में है
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Nov 15, 2023 |
भजन संहिता 11:1-3 | मेरा भरोसा परमेश्वर पर है
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Nov 14, 2023 |
भजन संहिता 10:12-18 | यहोवा अनन्तकाल के लिये महाराज है
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Nov 13, 2023 |
भजन संहिता 10:1-12 | दुष्ट अपनी अभिलाषा पर घमण्ड करता है
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Nov 11, 2023 |
भजन संहिता 9:19-20 | हे परमेश्वर, उन को भय दिला
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Nov 10, 2023 |
भजन संहिता 9:15-18 | यहोवा ने अपने को प्रगट किया, उसने न्याय किया है
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Nov 09, 2023 |
भजन संहिता 9:13-15 | हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर
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Nov 08, 2023 |
भजन संहिता 9:9-12 | हे यहोवा तू ने अपने खोजियों को त्याग नहीं दिया
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Nov 07, 2023 |
भजन संहिता 9:3-8 | यहोवा सदैव सिंहासन पर विराजमान है
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Nov 06, 2023 |
भजन संहिता 9:1-2 | हे यहोवा, मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा
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Nov 04, 2023 |
भजन संहिता 8:9 | हे यहोवा, तेरा नाम पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है
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Nov 03, 2023 |
भजन संहिता 8:3-8 | आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?
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Nov 02, 2023 |
भजन संहिता 8:1-2 | हे यहोवा तेरा नाम पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है
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Nov 01, 2023 |
भजन संहिता 7:14-17 | दुष्ट ने जो खाई बनाई थी उस में वह आप ही गिरा
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Sep 16, 2023 |
भजन संहिता 7:11-13 | परमेश्वर धर्मी और न्यायी है
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Sep 15, 2023 |
भजन संहिता 7:6-10 | यहोवा मेरे धर्म और खराई के अनुसार मेरा न्याय चुका दे
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Sep 14, 2023 |
भजन संहिता 7:1-5 | हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मेरा भरोसा तुझ पर है
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Sep 09, 2023 |
भजन संहिता 6:8-10 | मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत घबराएंगे
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Sep 08, 2023 |
भजन संहिता 6:1-7 | हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं कुम्हला गया हूं
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Sep 07, 2023 |
भजन संहिता 5:8-12 | जितने यहोवा पर भरोसा रखते हैं वे सब आनन्द करें
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Sep 06, 2023 |
भजन संहिता 5:4-7 | यहोवा तो हत्यारे और छली मनुष्य से घृणा करता है
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Sep 05, 2023 |
भजन संहिता 5:1-3 | हे मेरे परमेश्वर, मेरी दोहाई पर ध्यान दे
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Sep 04, 2023 |
भजन संहिता 4:6-8 | हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका
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Aug 26, 2023 |
भजन संहिता 4:1-5 | हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूं तब तू मुझे उत्तर दे
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Aug 25, 2023 |
भजन संहिता 3:7-8 | हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो
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Aug 24, 2023 |
भजन संहिता 3:4-6 | मैं ऊंचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूं
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Aug 23, 2023 |
भजन संहिता 3:1-3 | हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढ़ाल है
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Aug 22, 2023 |
भजन संहिता 2:10-12 | डरते हुए यहोवा की उपासना करो
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Aug 21, 2023 |
भजन संहिता 2:7-9 | "मैं जाति जाति के लोगों को तेरी सम्पत्ति होने के लिये दे दूंगा"
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Aug 19, 2023 |
भजन संहिता 2:4-6 | प्रभु उन को ठट्ठों में उड़ाएगा
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Aug 18, 2023 |
भजन संहिता 2:1-3 | जाति जाति के लोग क्यों हुल्लड़ मचाते हैं?
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Aug 17, 2023 |
भजन संहिता 1:4-6 | दुष्ट लोग भूसी के समान होते हैं, जो पवन से उड़ाई जाती है
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Aug 16, 2023 |
भजन संहिता 1:3 | वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है
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Aug 15, 2023 |
भजन संहिता 1:1-2 | क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता
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Aug 14, 2023 |
नीतिवचन 31:30-31 | जो स्त्री यहोवा का भय मानती है, उसकी प्रशंसा की जाएगी
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Aug 12, 2023 |
नीतिवचन 31:28-29 | उसके पुत्र उठ उठकर उस को धन्य कहते हैं
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Aug 11, 2023 |
नीतिवचन 31:26-27 | वह अपने घराने के चाल चलन को ध्यान से देखती है
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Aug 10, 2023 |
नीतिवचन 31:24-25 | वह बल और प्रताप का पहिरावा पहिने रहती है
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Aug 09, 2023 |
नीतिवचन 31:23 | जब उसका पति सभा में पुरनियों के संग बैठता है, तब उसका सम्मान होता है
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Aug 08, 2023 |
नीतिवचन 31:21-22 | वह अपने घराने के लिये हिम से नहीं डरती
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Aug 07, 2023 |
नीतिवचन 31:20 | वह दीन और दरिद्र के संभालने को हाथ बढ़ाती है
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Aug 05, 2023 |
नीतिवचन 31:19 | वह अटेरन में हाथ लगाती है, और चरखा पकड़ती है
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Aug 04, 2023 |
नीतिवचन 31:18 | वह परख लेती है कि मेरा व्यापार लाभदायक है
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Aug 03, 2023 |
नीतिवचन 31:16-17 | वह किसी खेत के विषय में सोच विचार करती है और उसे मोल ले लेती है
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Aug 02, 2023 |
नीतिवचन 31:15 | वह रात ही को उठ बैठती है, और अपने घराने को भोजन खिलाती है
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Aug 01, 2023 |
नीतिवचन 31:13-14 | वह ऊन और सन ढूंढ़ ढूंढ़ कर, प्रसन्नता के साथ काम करती है
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Jul 31, 2023 |
नीतिवचन 31:10-12 | भली पत्नी के पति के मन में उस के प्रति विश्वास है
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Jul 29, 2023 |
नीतिवचन 31:10 | भली पत्नी कौन पा सकता है?
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Jul 28, 2023 |
नीतिवचन 31:8-9 | गूंगे के लिये अपना मुंह खोल
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Jul 27, 2023 |
नीतिवचन 31:4-7 | राजाओं का दाखमधु पीना उन को शोभा नहीं देता
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Jul 26, 2023 |
नीतिवचन 31:3 | अपना बल स्त्रियों को न देना, न अपना जीवन उनके वश कर देना
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Jul 25, 2023 |
नीतिवचन 31:1-2 | लमूएल राजा के वचन, जो उसकी माता ने उसे सिखाए
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Jul 24, 2023 |
नीतिवचन 30:33 | जैसे दूध के मथने से मक्खन निकलता है, वैसे ही क्रोध से झगड़ा होता है
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Jul 21, 2023 |
नीतिवचन 30:32 | यदि तू ने अपनी बड़ाई करने की मूढ़ता की, तो अपने मुंह पर हाथ धर
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Jul 20, 2023 |
नीतिवचन 30:29-31 | चार प्राणी हैं, जिन की चाल सुन्दर है
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Jul 19, 2023 |
नीतिवचन 30:28 | मकड़ी हाथ से पकड़ी तो जाती है, तौभी राजभवनों में रहती है
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Jul 18, 2023 |
नीतिवचन 30:27 | टिड्डियों का राजा तो नहीं होता, तौभी वे सब दल बान्ध कर पलायन करती हैं
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Jul 17, 2023 |
नीतिवचन 30:26 | शापान बली जाति नहीं, तौभी उनकी मान्दें पहाड़ों पर होती हैं
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Jul 15, 2023 |
नीतिवचन 30:24-25 | पृथ्वी पर चार छोटे जन्तु हैं, जो अत्यन्त बुद्धिमान हैं
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Jul 14, 2023 |
नीतिवचन 30:21-23 | तीन बातों के कारण पृथ्वी कांपती है
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Jul 13, 2023 |
नीतिवचन 30:18-20 | तीन बातें वरन चार हैं, जो मेरी समझ से परे हैं
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Jul 12, 2023 |
नीतिवचन 30:17 | जिस आंख से कोई अपने पिता पर अनादर की दृष्टि करे, उस को कौवे खोद-खोद कर निकालेंगे
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Jul 11, 2023 |
नीतिवचन 30:15-16 | जैसे जोंक की दो बेटियां होती हैं, जो कहती हैं दे, दे
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Jul 10, 2023 |
नीतिवचन 30:11-14 | एक पीढ़ी के लोग ऐसे हैं– उनकी दृष्टि क्या ही घमण्ड से भरी रहती है
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Jul 08, 2023 |
नीतिवचन 30:10 | किसी दास की, उसके स्वामी से चुगली न करना
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Jul 07, 2023 |
नीतिवचन 30:7-9 | "प्रतिदिन की रोटी मुझे खिलाया कर"
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Jul 06, 2023 |
नीतिवचन 30:5-6 | ईश्वर का एक एक वचन ताया हुआ है
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Jul 05, 2023 |
नीतिवचन 30:4 | किस ने पृथ्वी के सिवानों को ठहराया है? उसका नाम क्या है?
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Jul 04, 2023 |
नीतिवचन 30:1-3 | याके के पुत्र आगूर के प्रभावशाली वचन
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Jul 03, 2023 |
नीतिवचन 29:25-26 | जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह ऊंचे स्थान पर चढ़ाया जाता है
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Jul 01, 2023 |
नीतिवचन 29:24 | जो चोर की संगति करता है वह अपने प्राण का बैरी होता है
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Jun 30, 2023 |
नीतिवचन 29:22-23 | मनुष्य को गर्व के कारण नीचा देखना पड़ता है
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Jun 29, 2023 |
नीतिवचन 29:21 | जो अपने दास को लड़कपन से पालता है, वह उसका बेटा बन बैठता है
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Jun 28, 2023 |
नीतिवचन 29:20 | उतावली करने वाले मनुष्य से अधिक तो मूर्ख ही से आशा है
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Jun 27, 2023 |
नीतिवचन 29:19 | दास बातों ही के द्वारा सुधारा नहीं जाता
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Jun 26, 2023 |
नीतिवचन 29:18 | जहां दर्शन की बात नहीं होती, वहां लोग निरंकुश हो जाते हैं
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Jun 24, 2023 |
नीतिवचन 29:15-17 | जो लड़का यों ही छोड़ा जाता है वह अपनी माता की लज्जा का कारण होता है
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Jun 23, 2023 |
नीतिवचन 29:14 | जो राजा कंगालों का न्याय चुकाता है, उसकी गद्दी स्थिर रहती है
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Jun 22, 2023 |
नीतिवचन 29:13 | यहोवा निर्धन और अन्धेर करने वाले पुरूष की आंखों में ज्योति देता है
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Jun 21, 2023 |
नीतिवचन 29:12 | जब हाकिम झूठ की ओर कान लगाता है, तब उसके सेवक दुष्ट हो जाते हैं
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Jun 20, 2023 |
नीतिवचन 29:11 | मूर्ख अपने सारे मन की बात खोल देता है
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Jun 19, 2023 |
नीतिवचन 29:10 | हत्यारे लोग खरे पुरूष से बैर रखते हैं
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Jun 17, 2023 |
नीतिवचन 29:9 | जब बुद्धिमान मूढ़ के साथ वाद विवाद करता है, तब वहां शान्ति नहीं रहती
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Jun 15, 2023 |
नीतिवचन 29:8 | ठट्ठा करने वाले लोग नगर को फूंक देते हैं
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Jun 14, 2023 |
नीतिवचन 29:7 | धर्मी पुरूष कंगालों के मुकद्दमे में मन लगाता है
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Jun 13, 2023 |
नीतिवचन 29:6 | बुरे मनुष्य का अपराध फन्दा होता है
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Jun 12, 2023 |
नीतिवचन 29:4 | राजा न्याय से देश को स्थिर करता है
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Jun 10, 2023 |
नीतिवचन 29:3 | वेश्याओं की संगति करनेवाला धन को उड़ा देता है
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Jun 09, 2023 |
नीतिवचन 29:2 | जब दुष्ट प्रभुता करता है तब प्रजा हाय–हाय करती है
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Jun 08, 2023 |
नीतिवचन 29:1 | जो बार-बार डाँटे जाने पर भी हठ करता है, वह अचानक नष्ट हो जाएगा
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Jun 07, 2023 |
नीतिवचन 28:28 | जब दुष्ट लोग नाश हो जाते हैं, तब धर्मी उन्नति करते हैं
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Jun 06, 2023 |
नीतिवचन 28:27 | जो निर्धन को दान देता है उसे घटी नहीं होती
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Jun 05, 2023 |
नीतिवचन 28:26 | जो अपने ऊपर भरोसा रखता है, वह मूर्ख है
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Jun 03, 2023 |
नीतिवचन 28:25 | जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह हृष्ट पुष्ट हो जाता है
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Jun 02, 2023 |
नीतिवचन 28:24 | जो अपने मां-बाप को लूटता है, वह नाश करने वाले का संगी ठहरता है
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Jun 01, 2023 |
नीतिवचन 28:23 | जो किसी मनुष्य को डांटता है, वह अन्त में अधिक प्यारा हो जाता है
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May 31, 2023 |
नीतिवचन 28:21 | यह अच्छा नहीं कि पुरूष एक टुकड़े रोटी के लिये अपराध करे
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May 29, 2023 |
नीतिवचन 28:20 | सच्चे मनुष्य पर बहुत आशीर्वाद होते रहते हैं
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May 26, 2023 |
नीतिवचन 28:19 | जो निकम्मे लोगों की संगति करता है वह कंगालपन से घिरा रहता है
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May 26, 2023 |
नीतिवचन 28:18 | जो किसी की हत्या का अपराधी हो, वह गड़हे में गिरेगा
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May 24, 2023 |
नीतिवचन 28:17 | जो किसी की हत्या का अपराधी हो, वह गड़हे में गिरेगा
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May 23, 2023 |
नीतिवचन 28:16 | जो प्रधान मन्दबुद्धि का होता है, वही बहुत अन्धेर करता है
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May 23, 2023 |
नीतिवचन 28:15 | कंगाल प्रजा पर प्रभुता करने वाला दुष्ट, घूमने वाले रीछ के समान है
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May 22, 2023 |
नीतिवचन 28:14 | जो मनुष्य निरन्तर प्रभु का भय मानता रहता है वह धन्य है
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May 20, 2023 |
नीतिवचन 28:13 | जो अपने अपराध छिपा रखता है, उसका कार्य सफल नहीं होता
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May 19, 2023 |
नीतिवचन 28:12 | जब दुष्ट लोग प्रबल होते हैं, तब मनुष्य अपने आप को छिपाता है
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May 18, 2023 |
नीतिवचन 28:11 | धनी पुरूष अपनी दृष्टि में बुद्धिमान होता है, परन्तु...
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May 17, 2023 |
नीतिवचन 28:10 | जो सीधे लोगों को कुमार्ग में ले जाता है, वह गड़हे में आप ही गिरता है
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May 16, 2023 |
नीतिवचन 28:9 | जो व्यवस्था सुनने से कान फेर लेता है, उसकी प्रार्थना घृणित ठहरती है
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May 15, 2023 |
नीतिवचन 28:8 | जो अपना धन बढ़ती से बढ़ाता है, वह कंगालों के लिये बटोरता है
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May 13, 2023 |
नीतिवचन 28:7 | जो व्यवस्था का पालन करता वह समझदार सुपूत होता है
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May 12, 2023 |
नीतिवचन 28:6 | खराई से चलने वाला निर्धन पुरूष उत्तम है
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May 11, 2023 |
नीतिवचन 28:5 | बुरे लोग न्याय को नहीं समझ सकते
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May 10, 2023 |
नीतिवचन 28:4 | जो लोग व्यवस्था को छोड़ देते हैं, वे दुष्ट की प्रशंसा करते हैं
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May 09, 2023 |
नीतिवचन 28:3 | जो निर्धन पुरूष कंगालों पर अन्धेर करता है, वह भारी वर्षा के समान है
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May 08, 2023 |
नीतिवचन 28:2 | देश में पाप होने के कारण उसके हाकिम बदलते जाते हैं
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May 06, 2023 |
नीतिवचन 28:1 | दुष्ट लोग जब कोई पीछा नहीं करता तब भी भागते हैं
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May 05, 2023 |
नीतिवचन 27:23-27 | अपने सब पशुओं की देखभाल उचित रीति से कर
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May 04, 2023 |
नीतिवचन 27:21-22 | जैसे सोने के लिये भट्ठी हैं, वैसे ही मनुष्य के लिये उसकी प्रशंसा है
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May 03, 2023 |
नीतिवचन 27:20 | मनुष्य की आंखें तृप्त नहीं होती
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May 02, 2023 |
नीतिवचन 27:19 | जैसे जल में परछाई मिलती है, वैसे ही मनुष्य का मन दूसरे से मिलता है
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May 01, 2023 |
नीतिवचन 27:18 | जो अपने स्वामी की सेवा करता उसकी महिमा होती है
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Apr 29, 2023 |
नीतिवचन 27:17 | मनुष्य का मुख अपने मित्र की संगति से चमकदार होता है
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Apr 28, 2023 |
नीतिवचन 27:14 | जो अपने पड़ोसी आशीर्वाद देता है, उसके लिये यह शाप गिना जाता है
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Apr 27, 2023 |
नीतिवचन 27:12-13 | बुद्धिमान मनुष्य विपत्ति को आती देख कर छिप जाता है
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Apr 26, 2023 |
नीतिवचन 27:11 | हे मेरे पुत्र, बुद्धिमान हो कर मेरा मन आनन्दित कर
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Apr 25, 2023 |
नीतिवचन 27:9-10 | प्रेम करने वाला पड़ोसी, दूर रहने वाले भाई से कहीं उत्तम है
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Apr 24, 2023 |
नीतिवचन 27:8 | घूमने वाला मनुष्य उस चिडिय़ा के समान है, जो घोंसला छोड़ कर उड़ती है
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Apr 22, 2023 |
नीतिवचन 27:7 | भूखे को सब कड़वी वस्तुएं मीठी जान पड़ती हैं
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Apr 21, 2023 |
नीतिवचन 27:6 | बैरी अधिक चुम्बन करता है
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Apr 20, 2023 |
नीतिवचन 27:5-6 | जो घाव मित्र के हाथ से लगें वह विश्वासयोग्य है
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Apr 18, 2023 |
नीतिवचन 27:3-4 | बालू में बोझ है, परन्तु मूढ का क्रोध उस से भी भारी है
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Apr 18, 2023 |
नीतिवचन 27:1-2 | तेरी प्रशंसा और लोग करें तो करें, परन्तु तू अपने आप न करना
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Apr 14, 2023 |
नीतिवचन 26:28 | चिकनी चुपड़ी बात बोलने वाला, विनाश का कारण होता है
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Apr 13, 2023 |
नीतिवचन 26:27 | जो गड़हा खोदे, वही उसी में गिरेगा
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Apr 12, 2023 |
नीतिवचन 26:24-26 | भोलेपन का दिखावा - छल के मीठे वाक्यों से सावधान
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Apr 11, 2023 |
नीतिवचन 26:20-23 | जैसा आग में लकड़ी, वैसा ही झगड़ा बढ़ाने के लिये झगडालू होता है
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Apr 10, 2023 |
प्रकाशितवाक्य 20:6 | धन्य और पवित्र वह है, जो इस पहिले पुनरुत्थान का भागी है
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Apr 08, 2023 |
रोमियो 6:4 | हम भी नए जीवन की सी चाल चलें
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Apr 06, 2023 |
1 कुरिन्थियों 15:55-57 | हे मृत्यु तेरी जय कहां रही?
|
Apr 05, 2023 |
1 कुरिन्थियों 5:7 | हमारे फसह - मसीह के लहू का महत्व
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Apr 05, 2023 |
1 पतरस 1:18-19 | तुम्हारा छुटकारा मसीह के लोहू से हुआ है
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Apr 04, 2023 |
यूहन्ना 3:16 | EASTER का असली उद्देश्य क्या है?
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Apr 03, 2023 |
नीतिवचन 26:18-19 | एक पागल जो तीर फेंकता है, वैसा ही होता है जो अपने पड़ोसी को धोखा दे
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Apr 01, 2023 |
नीतिवचन 26:17 | पराये झगड़ों में हस्तक्षेप करना, कुत्ते के कान पकड़ने जैसा है
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Mar 30, 2023 |
नीतिवचन 26:13-16 | आलसी कहता है, कि मार्ग और चौक में सिंह है!
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Mar 30, 2023 |
नीतिवचन 26:11-12 | जैसे कुत्ता छाँट को चाटता है, वैसे ही मूर्ख मूर्खता को दुहराता है
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Mar 28, 2023 |
नीतिवचन 26:7-9 | जैसे लंगड़ा लड़खड़ाता हैं वैसे ही मूर्खों के मुंह में नीतिवचन होता है
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Mar 28, 2023 |
नीतिवचन 26:6-7 | जो मूर्ख के हाथ संदेशा भेजता है, वह अपने पांव में कुल्हाड़ा मारता है
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Mar 26, 2023 |
नीतिवचन 26:4-5 | मूर्ख को उस की मूर्खता के अनुसार उत्तर न देना
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Mar 24, 2023 |
नीतिवचन 26:3 | घोड़े के लिये कोड़ा और मूर्खों की पीठ के लिये छड़ी है
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Mar 23, 2023 |
नीतिवचन 26:2 | जैसे गौरिया घूमते-घूमते नहीं बैठती, वैसे ही व्यर्थ शाप नहीं पड़ता
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Mar 23, 2023 |
नीतिवचन 26:1 | जैसे कटनी के समय वर्षा ठीक नहीं, वैसे ही मूर्ख की महिमा ठीक नहीं होती
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Mar 21, 2023 |
नीतिवचन 25:27-28 | कठिन बातों की पूछताछ महिमा का कारण होता है
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Mar 21, 2023 |
नीतिवचन 25:26 | जो धर्मी दुष्ट के कहने में आता है, वह गंदले सोते के समान है
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Mar 19, 2023 |
नीतिवचन 25:23-25 | चुगली करने से मुख पर क्रोध छा जाता है
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Mar 17, 2023 |
नीतिवचन 25:21 | यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उस को रोटी खिलाना
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Mar 16, 2023 |
नीतिवचन 25:20 | जैसा जाड़े के दिनों में किसी का वस्त्र उतारना होता है...
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Mar 15, 2023 |
नीतिवचन 25:19 | विपत्ति के समय विश्वासघाती का भरोसा टूटे हुए दांत के समान है
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Mar 15, 2023 |
नीतिवचन 25:17 | अपने पड़ोसी के घर में बारम्बार जाने से अपने पांव को रोक
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Mar 13, 2023 |
नीतिवचन 25:16 | क्या तू ने मधु पाया? तो जितना तेरे लिये ठीक हो उतना ही खाना
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Mar 12, 2023 |
नीतिवचन 25:14 | जैसे बादल बिना दृष्टि निर्लाभ होते हैं, वैसे ही झूठ दान देने वाले होते है
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Mar 11, 2023 |
नीतिवचन 25:13 | विश्वासयोग्य दूत से भेजने वालों का जी ठण्डा होता है
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Mar 10, 2023 |
नीतिवचन 25:11-12 | ठीक समय पर कहा हुआ वचन, सोने के सेब जैसा होता है
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Mar 09, 2023 |
नीतिवचन 25:8-9 | झगड़ा करने में जल्दी न करना
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Mar 08, 2023 |
नीतिवचन 25:6-7 | राजा के साम्हने अपनी बड़ाई न करना
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Mar 06, 2023 |
नीतिवचन 25:5 | राजा के साम्हने से दुष्ट को निकाल देने पर उसकी गद्दी स्थिर होगी
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Mar 06, 2023 |
नीतिवचन 25:4 | चान्दी में से मैल दूर करने पर...एक पात्र हो जाता है
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Mar 04, 2023 |
नीतिवचन 25:2-3 | परमेश्वर की महिमा गुप्त रखने में है
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Mar 02, 2023 |
नीतिवचन 25:1 | सुलैमान के नीतिवचन ये भी हैं
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Mar 01, 2023 |
नीतिवचन 24:30-32 | आलसी के खेत में कटीले पेड़ भर गए हैं
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Feb 27, 2023 |
नीतिवचन 24:28-29 | व्यर्थ अपने पड़ोसी के विरूद्ध साक्षी न देना
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Feb 27, 2023 |
नीतिवचन 24:27 | अपना बाहर का काम काज ठीक करना...
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Feb 25, 2023 |
नीतिवचन 24:26 | जो सीधा उत्तर देता है, वह होठों को चूमता है
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Feb 24, 2023 |
नीतिवचन 24:24-25 | जो लोग दुष्ट को डांटते हैं उनका भला होता है
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Feb 23, 2023 |
नीतिवचन 24:21-22 | हे मेरे पुत्र, यहोवा और राजा दोनों का भय मानना
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Feb 22, 2023 |
नीतिवचन 24:19-20 | बुरे मनुष्य को अन्त में कुछ फल न मिलेगा
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Feb 21, 2023 |
नीतिवचन 24:15-18 | जब तेरा शत्रु गिर जाए तब तू आनन्दित न हो
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Feb 20, 2023 |
नीतिवचन 24:13-14 | हे मेरे पुत्र तू मधु खा, क्योंकि वह अच्छा है
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Feb 18, 2023 |
नीतिवचन 24:11-12 | जो मार डाले जाने के लिये घसीटे जाते हैं उन को छुड़ा
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Feb 17, 2023 |
नीतिवचन 24:10 | यदि तू विपत्ति के समय साहस छोड़ दे...
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Feb 16, 2023 |
नीतिवचन 24:7-9 | मूर्खता का विचार भी पाप है
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Feb 15, 2023 |
नीतिवचन 24:5-6 | जब तू युद्ध करे, तब युक्ति के साथ करना
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Feb 14, 2023 |
नीतिवचन 24:3-4 | घर बुद्धि से बनता है
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Feb 13, 2023 |
नीतिवचन 24:1-2 | बुरे लोगों के विषय में डाह न करना
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Feb 11, 2023 |
नीतिवचन 23:29-35 | जब दाखमधु लाल दिखाई देता है... तब उस को न देखना
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Feb 10, 2023 |
नीतिवचन 23:26-28 | पराई स्त्री सकेत कुंए के समान है
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Feb 09, 2023 |
नीतिवचन 23:22-25 | जब तेरी माता बुढिय़ा हो जाए, तब भी उसे तुच्छ न जानना
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Feb 08, 2023 |
नीतिवचन 23:19-21 | दाखमधु के पीने वालों में न होना
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Feb 06, 2023 |
नीतिवचन 23:15-18 | तू दिन भर यहोवा का भय मानते रहना
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Feb 06, 2023 |
नीतिवचन 23v13-14 | लड़के की ताड़ना न छोड़ना...वह न मरेगा
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Jan 31, 2023 |
नीतिवचन 23:12 | अपने कान ज्ञान की बातों की ओर लगाना
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Jan 30, 2023 |
नीतिवचन 23:10-11 | पुराने सिवानों को न बढ़ाना, और न अनाथों के खेत में घुसना
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Jan 27, 2023 |
नीतिवचन 23:9 | मूर्ख के साम्हने न बोलना, नहीं तो...
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Jan 26, 2023 |
नीतिवचन 23:6-8 | धनी होने के लिये परिश्रम न करना
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Jan 26, 2023 |
नीतिवचन 23:4-5 | धनी होने के लिये परिश्रम न करना
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Jan 25, 2023 |
नीतिवचन 23:1-3 | इस बात को मन लगा कर सोचना कि मेरे साम्हने कौन है
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Jan 24, 2023 |
नीतिवचन 22:29 | ऐसा पुरूष जो कामकाज में निपुण हो, वह राजाओं के सम्मुख खड़ा होगा
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Jan 22, 2023 |
नीतिवचन 22:28 | जो सिवाना तेरे पुरखाओं ने बान्धा हो, उस को न बढ़ाना
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Jan 21, 2023 |
नीतिवचन 22:26-27 | जो लोग ऋणियों के उत्तरदायी होते हैं, उन में तू न होना
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Jan 20, 2023 |
नीतिवचन 22:24-25 | क्रोधी मनुष्य का मित्र न होना और उसके संग न चलना
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Jan 19, 2023 |
नीतिवचन 22:17-19 | मैं इसलिये ये बातें तुझ को जता देता हूं, कि तेरा भरोसा यहोवा पर हो
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Jan 18, 2023 |
नीतिवचन 22:16 | जो लाभ के निमित्त कंगाल पर अन्धेर करता है वे केवल हानि ही उठाते हैं
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Jan 17, 2023 |
नीतिवचन 22:12 | यहोवा ज्ञानी पर दृष्टि कर के, उसकी रक्षा करता है
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Jan 16, 2023 |
नीतिवचन 22:11 | जो मन की शुद्धता से प्रीति रखता है... राजा उसका मित्र होता है
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Jan 14, 2023 |
नीतिवचन 22:10 | ठट्ठा करने वाले को निकाल दे, तब झगड़ा मिट जाएगा
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Jan 13, 2023 |
नीतिवचन 22:7-9 | जो कुटिलता का बीज बोता है, वह अनर्थ ही काटेगा
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Jan 12, 2023 |
नीतिवचन 22:6 | लड़के को शिक्षा उसी मार्ग की दे जिस में उस को चलना चाहिये
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Jan 11, 2023 |
नीतिवचन 22:4-5 | टेढ़े मनुष्य के मार्ग में कांटे और फन्दे रहते हैं
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Jan 10, 2023 |
नीतिवचन 22:1 | बड़े धन से अच्छा नाम अधिक चाहने योग्य है
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Jan 09, 2023 |
नीतिवचन 21:30-31 | यहोवा के विरूद्ध न तो कुछ बुद्धि, न कोई युक्ति चलती है
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Jan 07, 2023 |
नीतिवचन 21:29 | जो सीधा है, वह अपनी चाल सीधी करता है
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Jan 06, 2023 |
नीतिवचन 21:27 | दुष्टों का बलिदान घृणित लगता है
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Jan 05, 2023 |
नीतिवचन 21:23 | जो अपने मुंह को वश में रखता है वह प्राण को बचाता है
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Jan 04, 2023 |
नीतिवचन 21:22 | बुद्धिमान शूरवीरों के नगर पर चढ़ कर... नाश करता है
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Jan 03, 2023 |
नीतिवचन 21:20 | बुद्धिमान के घर में उत्तम धन और तेल पाए जाते हैं
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Jan 02, 2023 |
यशायाह 40:31 | जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे
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Dec 31, 2022 |
प्रेरितों 2:42 | और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने...और प्रार्थना करने में लौलीन रहे
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Dec 30, 2022 |
1 थिस्सलुनीकियों 5:17-18 | निरन्तर प्रार्थना मे लगे रहो... हर बात में धन्यवाद करो
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Dec 29, 2022 |
भजन संहिता 16:1 | हे ईश्वर मेरी रक्षा कर, क्योंकि मैं तेरा ही शरणागत हूँ
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Dec 27, 2022 |
हबक्कूक 2:1 | मैं अपने पहरे पर खड़ा रहूंगा, और गुम्मट पर चढ़ कर ठहरा रहूंगा
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Dec 27, 2022 |
भजन संहिता 23:1 | यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी
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Dec 26, 2022 |
यूहन्ना 3:16 | ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो
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Dec 24, 2022 |
यूहन्ना 17:9 | मैं उन के लिये बिनती करता हूं... जिन्हें तू ने मुझे दिया है
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Dec 22, 2022 |
यूहन्ना 14:16-17 | "मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा"
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Dec 22, 2022 |
मत्ती 20:32-34 | "तुम क्या चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिये करूं?"
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Dec 21, 2022 |
लूका 2:29-32 | "मेरी आंखो ने तेरे उद्धार को देख लिया है"
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Dec 20, 2022 |
लूका 1:38 | "मैं प्रभु की दासी हूं, मुझे तेरे वचन के अनुसार हो"
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Dec 19, 2022 |
न्यायियों 1:12-15 | "तू ने मुझे दक्खिन देश तो दिया है, जल के सोते भी दे"
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Dec 16, 2022 |
भजन संहिता 2:8 | मैं दूर दूर के देशों को तेरी निज भूमि बनने के लिये दे दूंगा
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Dec 16, 2022 |
इफिसियों 6:18 | सब पवित्र लोगों के लिये लगातार बिनती किया करो
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Dec 15, 2022 |
याकूब 5:16 | धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है
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Dec 14, 2022 |
भजन संहिता 121:1-2 | मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा
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Dec 13, 2022 |
यशायाह 55:6 | जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो
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Dec 12, 2022 |
लूका 17:5 | “हमारा विश्वास बढ़ा”
|
Dec 10, 2022 |
भजन संहिता 62:5 | हे मेरे मन, परमेश्वर के सामने चुपचाप रह
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Dec 09, 2022 |
भजन संहिता 95:6 | आओ हम झुक कर अपने कर्ता यहोवा के साम्हने घुटने टेकें
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Dec 08, 2022 |
भजन संहिता 5:2 | हे मेरे परमेश्वर, मेरी दोहाई पर ध्यान दे
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Dec 07, 2022 |
मत्ती 14:23 | प्रार्थना करने को अलग पहाड़ पर चढ़ गया
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Dec 05, 2022 |
यशायाह 43:22 | तौभी हे याकूब, तू ने मुझ से प्रार्थना नहीं की
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Dec 04, 2022 |
नीतिवचन 20:7 | जो खराई से चलता है उसके लड़के बाले धन्य होते हैं
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Dec 03, 2022 |
नीतिवचन 19:17 | जो कंगाल पर अनुग्रह करता है, वह यहोवा को उधार देता है
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Dec 02, 2022 |
नीतिवचन 18:20-21 | जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं
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Dec 02, 2022 |
नीतिवचन 18:6-8 | मूर्ख का विनाश उस की बातों से होता है
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Nov 30, 2022 |
नीतिवचन 17:27-28 | जो संभल कर बोलता है, वही ज्ञानी ठहरता है
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Nov 29, 2022 |
नीतिवचन 17:3 | मनों को यहोवा जांचता है
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Nov 28, 2022 |
नीतिवचन 16:11 | सच्चा तराजू और पलड़े यहोवा की ओर से होते हैं
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Nov 26, 2022 |
नीतिवचन 16:4 | यहोवा ने सब वस्तुएं विशेष उद्देश्य के लिये बनाईं हैं
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Nov 24, 2022 |
नीतिवचन 15:3 | यहोवा की आंखें सब स्थानों में लगी रहती हैं
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Nov 24, 2022 |
नीतिवचन 14:27 | यहोवा का भय मानना, जीवन का सोता है
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Nov 23, 2022 |
नीतिवचन 14:1 | हर बुद्धिमान स्त्री अपने घर को बनाती है
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Nov 22, 2022 |
नीतिवचन 13:24 | जो बेटे पर छड़ी नहीं चलाता वह उसका बैरी है
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Nov 21, 2022 |
नीतिवचन 13:13 | जो वचन को तुच्छ जानता, वह नाश हो जाता है!
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Nov 19, 2022 |
नीतिवचन 12:22 | झूठों से यहोवा को घृणा आती है
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Nov 16, 2022 |
नीतिवचन 11:28 | जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है
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Nov 15, 2022 |
नीतिवचन 11:16 | अनुग्रह करने वाली स्त्री प्रतिष्ठा नहीं खोती है
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Nov 14, 2022 |
नीतिवचन 10:29-30 | धर्मी सदा अटल रहेगा, परन्तु दुष्ट पृथ्वी पर बसने न पाएंगे
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Nov 12, 2022 |
नीतिवचन 10:11 | धर्मी का मुंह तो जीवन का सोता है
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Nov 11, 2022 |
नीतिवचन 9:10-12 | यहोवा का भय मानना बुद्धि का आरम्भ है
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Nov 10, 2022 |
नीतिवचन 8:10-11 | चान्दी नहीं, मेरी शिक्षा ही को लो
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Nov 09, 2022 |
नीतिवचन 6:6-11 | हे आलसी, चींटियों के काम पर ध्यान दे
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Nov 07, 2022 |
नीतिवचन 4:18 | धर्मियों की चाल चमकती हुई ज्योति के समान है
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Nov 07, 2022 |
नीतिवचन 3:35 | अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना
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Nov 07, 2022 |
नीतिवचन 3:5-6 | अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना
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Nov 03, 2022 |
नीतिवचन 3:1-2 | शांतिपूर्ण और सफल जीवन का रहस्य
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Nov 02, 2022 |
नीतिवचन 2:3-6 | परमेश्वर के ज्ञान के उपहार को खोजे
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Oct 31, 2022 |
⚠️ ज़रूरी सूचना ⚠️ | नीतिवचन 1:10 | बुरी संगति रखने का खतरा
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Oct 31, 2022 |
नीतिवचन 21:18 | दुष्ट जन धर्मी की छुडौती ठहरता है
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Oct 29, 2022 |
नीतिवचन 21:17 | जो दाखमधु पीने और तेल लगाने से प्रीति रखता है, वह धनी नहीं होता
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Oct 28, 2022 |
नीतिवचन 21:16 | बुद्धि के मार्ग से भटक मनुष्य का ठिकाना मरे हुओं के बीच में होगा
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Oct 27, 2022 |
नीतिवचन 21:14-15 | चुपके से दी हुई घूस से बड़ी जलजलाहट भी थमती है
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Oct 26, 2022 |
नीतिवचन 21:13 | जो कंगाल की दोहाई पर कान न दे, उसकी सुनी न जाएगी
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Oct 24, 2022 |
नीतिवचन 21:9 | झगड़ालू पत्नी के संग रहने से छत के कोने पर रहना उत्तम है
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Oct 22, 2022 |
नीतिवचन 21:5 | उतावली करने वाले को केवल घटती होती है
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Oct 21, 2022 |
नीतिवचन 21:3-4 | धर्म और न्याय करना, यहोवा को बलिदान से अधिक अच्छा लगता है
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Oct 20, 2022 |
नीतिवचन 21:1-2 | राजा का मन नालियों के जल की नाईं यहोवा के हाथ में रहता है
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Oct 19, 2022 |
नीतिवचन 20:30 | चोट लगने से जो घाव होते हैं, वह बुराई दूर करते हैं
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Oct 18, 2022 |
नीतिवचन 20:29 | बूढ़ों की शोभा उनके पक्के बाल हैं
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Oct 17, 2022 |
नीतिवचन 20:27 | मनुष्य की आत्मा यहोवा का दीपक है
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Oct 14, 2022 |
नीतिवचन 20:26 | बुद्धिमान राजा दुष्टों को फटकता है
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Oct 13, 2022 |
नीतिवचन 20:25 | जो मन्नत मान कर पूछ पाछ करने लगे, वह फन्दे में फंसेगा
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Oct 12, 2022 |
नीतिवचन 20:22 | मत कह, कि मैं बुराई का पलटा लूंगा
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Oct 10, 2022 |
नीतिवचन 20:20-21 | जो अपने माता-पिता को कोसता, उसका दिया बुझ जाता हैं
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Oct 10, 2022 |
नीतिवचन 20:18 | सब कल्पनाएं सम्मति ही से स्थिर होती हैं
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Oct 07, 2022 |
नीतिवचन 20:16 | जो पराए का उत्तरदायी हुआ उस से बंधक की वस्तु ले रख
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Oct 07, 2022 |
नीतिवचन 20:15 | ज्ञान की बातें अनमोल मणी ठहरी हैं
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Oct 05, 2022 |
नीतिवचन 20:14 | मोल लेने के समय ग्राहक तुच्छ तुच्छ कहता है
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Oct 05, 2022 |
नीतिवचन 20:13 | नींद से प्रीति न रख, नहीं तो दरिद्र हो जाएगा
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Oct 03, 2022 |
नीतिवचन 20:12 | कान और आंखें, दोनों को यहोवा ने बनाया है
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Oct 03, 2022 |
नीतिवचन 20:11 | लड़का भी अपने कामों से पहिचाना जाता है
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Oct 01, 2022 |
नीतिवचन 20:10 | घटते–बढ़ते बटखरे और नपुए से यहोवा घृणा करता है
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Sep 29, 2022 |
नीतिवचन 20:9 | कौन कह सकता है कि मैं पाप से शुद्ध हुआ हूं?
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Sep 29, 2022 |
नीतिवचन 20:8 | राजा अपनी दृष्टि ही से सब बुराई को उड़ा देता है
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Sep 27, 2022 |
नीतिवचन 20:7 | जो खराई से चलता है उसके लड़के बाले धन्य होते हैं
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Sep 27, 2022 |
नीतिवचन 20:6 | बहुत से मनुष्य अपनी कृपा का प्रचार करते हैं
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Sep 26, 2022 |
नीतिवचन 20:5 | मनुष्य के मन की युक्ति अथाह है
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Sep 16, 2022 |
नीतिवचन 20:3 | मुकद्दमे से हाथ उठाना, पुरूष की महिमा ठहरती है
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Sep 15, 2022 |
नीतिवचन 20:1 | दाखमधु ठट्ठा करने वाला और मदिरा हल्ला मचाने वाली है
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Sep 14, 2022 |
नीतिवचन 19:28-29 | अधर्मी साक्षी न्याय को ठट्ठों में उड़ाता है
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Sep 13, 2022 |
नीतिवचन 19:27 | यदि तू भटकना चाहता है, तो शिक्षा का सुनना छोड़ दे
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Sep 13, 2022 |
नीतिवचन 19:26 | जो पुत्र अपने माँ-बाप को उजाड़ता है...
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Sep 12, 2022 |
नीतिवचन 19:24-25 | ठट्ठा करने वाले को मार, इस से भोला मनुष्य समझदार हो जाएगा
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Sep 09, 2022 |
नीतिवचन 19:23 | यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है
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Sep 08, 2022 |
नीतिवचन 19:21-22 | मनुष्य के मन में बहुत सी कल्पनाएं होती हैं
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Sep 08, 2022 |
नीतिवचन 19:18-19 | जब तक आशा है तो अपने पुत्र को ताड़ना कर
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Sep 06, 2022 |
नीतिवचन 19:17 | जो कंगाल पर अनुग्रह करता है, वह यहोवा को उधार देता है
|
Sep 06, 2022 |
नीतिवचन 19:13-14 | पत्नी के झगड़े-रगड़े सदा टपकने के समान है
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Sep 05, 2022 |
नीतिवचन 19:11-12 | राजा की प्रसन्नता घास पर की ओस के तुल्य होती है
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Sep 03, 2022 |
नीतिवचन 19:10 | हाकिमों पर दास का प्रभुता करना कैसे फबे
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Sep 02, 2022 |
नीतिवचन 19:8 | जो समझ को धरे रहता है उसका कल्याण होता है
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Aug 31, 2022 |
नीतिवचन 19:5 | झूठा साक्षी निर्दोष नहीं ठहरता
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Aug 30, 2022 |
नीतिवचन 19:2-3 | मनुष्य का ज्ञान रहित रहना अच्छा नहीं
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Aug 29, 2022 |
नीतिवचन 19:1 | जो निर्धन खराई से चलता है, वह उस मूर्ख से उत्तम है
|
Aug 29, 2022 |
नीतिवचन 18:24 | मित्रों के बढ़ाने से तो नाश होता है
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Aug 27, 2022 |
नीतिवचन 18:23 | निर्धन गिड़गिड़ा कर बोलता है
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Aug 25, 2022 |
नीतिवचन 18:22 | जिस ने स्त्री ब्याह ली, उस ने उत्तम पदार्थ पाया
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Aug 25, 2022 |
नीतिवचन 18:20-21 | जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं
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Aug 23, 2022 |
नीतिवचन 18:19 | चिढ़े हुए भाई को मनाना दृढ़ नगर के ले लेने से कठिन होता है
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Aug 22, 2022 |
नीतिवचन 18:18 | चिट्ठी डालने से झगड़े बन्द होते हैं
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Aug 20, 2022 |
नीतिवचन 18:17 | मुकद्दमे में जो पहिले बोलता, वही धर्मी जान पड़ता है
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Aug 18, 2022 |
नीतिवचन 18:16 | भेंट मनुष्य के लिये मार्ग खोल देती है
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Aug 18, 2022 |
नीतिवचन 18:14 | जब आत्मा हार जाती है तब इसे कौन सह सकता है?
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Aug 17, 2022 |
नीतिवचन 18:13 | जो बिना बात सुने उत्तर देता है, वह मूढ़ ठहरता है
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Aug 16, 2022 |
नीतिवचन 18:10-11 | यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है
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Aug 15, 2022 |
नीतिवचन 18:9 | जो काम में आलस करता, वह बिगाड़ने वाले का भाई ठहरता है
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Aug 13, 2022 |
नीतिवचन 18:6-8 | मूर्ख का विनाश उस की बातों से होता है
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Aug 12, 2022 |
नीतिवचन 18:4 | मनुष्य के मुंह के वचन गहिरा जल के सोते हैं
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Aug 10, 2022 |
नीतिवचन 18:1-2 | जो औरों से अलग होता है...वह अपनी ही इच्छा के लिये ऐसा करता है
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Aug 09, 2022 |
जो संभल कर बोलता है, वही ज्ञानी ठहरता है | नीतिवचन 17:27-28
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Aug 08, 2022 |
मूर्ख पुत्र से पिता उदास होता है | नीतिवचन 17:25
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Aug 08, 2022 |
मूर्ख की आंखे पृथ्वी के दूर दूर देशों में लगी रहती है | नीतिवचन 17:24
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Aug 05, 2022 |
मन का आनन्द अच्छी औषधि है | नीतिवचन 17:22
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Aug 04, 2022 |
निर्बुद्धि मनुष्य हाथ पर हाथ मारता है | नीतिवचन 17:18
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Aug 03, 2022 |
मित्र सब समयों में प्रेम रखता है | नीतिवचन 17:17
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Aug 02, 2022 |
बुद्धि मोल लेने के लिये मूर्ख अपने हाथ में दाम क्यों लिए है? | नीतिवचन 17:16
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Aug 01, 2022 |
जो दोषी को निर्दोष ठहराता है उन से यहोवा घृणा करता है | नीतिवचन 17:15
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Aug 01, 2022 |
झगड़ा बढ़ने से पहिले उस को छोड़ देना उचित है | नीतिवचन 17:14
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Jul 29, 2022 |
मूढ़ता में डूबे हुए मूर्ख से मिलना भला नहीं | नीतिवचन 17:12
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Jul 28, 2022 |
एक घुड़की समझने वाले के मन में अधिक गड़ती है | नीतिवचन 17:10-11
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Jul 27, 2022 |
जो दूसरे के अपराध को ढांप देता, वह प्रेम का खोजी ठहरता है | नीतिवचन 17:9
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Jul 27, 2022 |
देने वाले के हाथ में घूस मोह लेने वाले मणि का काम देता है | नीतिवचन 17:8
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Jul 25, 2022 |
प्रधान के मुख से झूठी बात नहीं फबती | नीतिवचन 17:7
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Jul 25, 2022 |
बाल-बच्चों की शोभा उनके माता-पिता हैं | नीतिवचन 17:6
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Jul 22, 2022 |
मनों को यहोवा जांचता है | नीतिवचन 17:3
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Jul 21, 2022 |
बुद्धिमान दास अपने स्वामी के पुत्र पर शासन करेगा | नीतिवचन 17:2
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Jul 20, 2022 |
चैन के साथ सूखा टुकड़ा उस घर की अपेक्षा उत्तम है जिस में झगड़े हों | नीतिवचन 17:1
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Jul 19, 2022 |
चिट्ठी का निकलना यहोवा ही की ओर से होता है | नीतिवचन 16:33
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Jul 18, 2022 |
विलम्ब से क्रोध करना वीरता से उत्तम है | नीतिवचन 16:32
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Jul 18, 2022 |
पक्के बाल शोभायमान मुकुट ठहरते हैं | नीतिवचन 16:31
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Jul 15, 2022 |
उपद्रवी मनुष्य अपने पड़ोसी को फुसला कर कुमार्ग पर चलाता है | नीतिवचन 16:29-30
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Jul 14, 2022 |
टेढ़ा मनुष्य बहुत झगड़े को उठाता है | नीतिवचन 16:27-28
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Jul 14, 2022 |
बुद्धिमान का मन उसके मुंह पर भी बुद्धिमानी प्रगट करता है | नीतिवचन 16:23-24
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Jul 12, 2022 |
जिसके हृदय में बुद्धि है, वह समझ वाला कहलाता है | नीतिवचन 16:21-22
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Jul 12, 2022 |
जो यहोवा पर भरोसा रखता, वह धन्य होता है | नीतिवचन 16:20
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Jul 11, 2022 |
विनाश से पहिले गर्व, और ठोकर खाने से पहिले घमण्ड होता है | नीतिवचन 16:18-19
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Jul 09, 2022 |
जो अपने चाल की चौकसी करता, वह अपने प्राण की रक्षा करता है | नीतिवचन 16:16-17
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Jul 07, 2022 |
राजा का क्रोध मृत्यु के दूत के समान है | नीतिवचन 16:14-15
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Jul 07, 2022 |
दुष्टता करना राजाओं के लिये घृणित काम है | नीतिवचन 16:12-13
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Jul 05, 2022 |
सच्चा तराजू और पलड़े यहोवा की ओर से होते हैं | नीतिवचन 16:11
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Jul 05, 2022 |
राजा के मुंह से दैवी वाणी निकलती है | नीतिवचन 16:10
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Jul 04, 2022 |
जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है... | नीतिवचन 16:7
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Jul 02, 2022 |
यहोवा के भय मानने के द्वारा मनुष्य बुराई करने से बच जाते हैं | नीतिवचन 16:6
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Jul 01, 2022 |
यहोवा ने सब वस्तुएं विशेष उद्देश्य के लिये बनाईं हैं | नीतिवचन 16:4
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Jun 29, 2022 |
अपने कामों को यहोवा पर डाल दे | नीतिवचन 16:3
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Jun 28, 2022 |
मनुष्य अपनी दृष्टि में पवित्र ठहरता है, परन्तु यहोवा मन को तौलता है | नीतिवचन 16:2
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Jun 28, 2022 |
मुंह से कहना यहोवा की ओर से होता है | नीतिवचन 16:1
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Jun 27, 2022 |
यहोवा के भय मानने से शिक्षा प्राप्त होती है | नीतिवचन 15:32-33
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Jun 24, 2022 |
जो जीवनदायी डांट सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है | नीतिवचन 15:31
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Jun 24, 2022 |
अपने ही लोहू के द्वारा पवित्र स्थान में प्रवेश किया | इब्रानियों 9:12
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Jun 22, 2022 |
आंखों की चमक से मन को आनन्द होता है | नीतिवचन 15:30
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Jun 20, 2022 |
धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूं | नीतिवचन 15:28
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Jun 20, 2022 |
जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं, उस घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जावेगा | लूका 12:36-40
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Jun 18, 2022 |
लालची अपने घराने को दु:ख देता है | नीतिवचन 15:27
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Jun 16, 2022 |
यहोवा विधवा के सिवाने को अटल रखता है | नीतिवचन 15:25
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Jun 15, 2022 |
बुद्धिमान के लिये जीवन का मार्ग ऊपर की ओर जाता है | नीतिवचन 15:24
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Jun 14, 2022 |
अवसर पर कहा हुआ वचन क्या ही भला होता है! | नीतिवचन 15:23
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Jun 13, 2022 |
बिना सम्मति की कल्पनाएं निष्फल हुआ करती हैं | नीतिवचन 15:22
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Jun 13, 2022 |
निर्बुद्धि को मूढ़ता से आनन्द होता है | नीतिवचन 15:21
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Jun 10, 2022 |
बुद्धिमान पुत्र से पिता आनन्दित होता है | नीतिवचन 15:20
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Jun 09, 2022 |
आलसी का मार्ग कांटों से रून्धा हुआ होता है | नीतिवचन 15:19
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Jun 08, 2022 |
जो विलम्ब से क्रोध करने वाला है, वह मुकद्दमों को दबा देता है | नीतिवचन 15:18
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Jun 07, 2022 |
प्रेम वाले घर में साग पात का भोजन उत्तम है | नीतिवचन 15:17
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Jun 06, 2022 |
यहोवा के भय के साथ रखा हुआ थोड़ा ही धन उत्तम है | नीतिवचन 15:16
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Jun 06, 2022 |
जिसका मन प्रसन्न रहता है, वह मानो नित्य भोज में जाता है | नीतिवचन 15:15
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Jun 03, 2022 |
मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है | नीतिवचन 15:13
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Jun 02, 2022 |
ठट्ठा करने वाला डांटे जाने से प्रसन्न नहीं होता | नीतिवचन 15:12
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Jun 01, 2022 |
अधोलोक और विनाशलोक यहोवा के साम्हने खुले रहते हैं | नीतिवचन 15:11
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Jun 01, 2022 |
जो डांट से बैर रखता, वह अवश्य मर जाता है | नीतिवचन 15:10
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May 30, 2022 |
दुष्ट लोगों के बलिदान से यहोवा धृणा करता है | नीतिवचन 15:8-9
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May 30, 2022 |
धर्मी के घर में बहुत धन रहता है | नीतिवचन 15:6
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May 27, 2022 |
उलट फेर की बात से आत्मा दु:खित होती है | नीतिवचन 15:4
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May 27, 2022 |
यहोवा की आंखें सब स्थानों में लगी रहती हैं | नीतिवचन 15:3
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May 26, 2022 |
कोमल उत्तर सुनने से जलजलाहट ठण्डी होती है | नीतिवचन 15:1-2
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May 25, 2022 |
जिस ने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है... वही उसे पूरा करेगा | फिलिप्पियों 1:6
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May 24, 2022 |
तुम भी अपने आप को परमेश्वर के लिये मसीह यीशु में जीवित समझो | रोमियो 6:11
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May 23, 2022 |
वैसे ही तुम मसीह यीशु हमारे प्रभु की संगति में चलते रहो | कुलुस्सियों 2:6-7
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May 20, 2022 |
तुम परमेश्वर की भली, भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो | रोमियो 12:1-2
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May 20, 2022 |
और वही देह, अर्थात कलीसिया का सिर है | कुलुस्सियों 1:18
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May 19, 2022 |
"मेरा भोजन यह है, कि अपने भेजने वाले की इच्छा के अनुसार चलूं..." | यूहन्ना 4:34
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May 17, 2022 |
यहां तक आज्ञाकारी रहा, कि क्रूस की मृत्यु भी सह ली | फिलिप्पियों 2:8
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May 17, 2022 |
निडरता और दृढ़ता के साथ परमेश्वर से प्रार्थना करे | लूका 11:5-8
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May 16, 2022 |
जो परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं | रोमियो 8:14
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May 14, 2022 |
तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो | मत्ती 6:10
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May 13, 2022 |
क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है | 2 कुरिन्थियों 5:14-15
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May 11, 2022 |
"जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा, वैसा ही मैं ने तुम से प्रेम रखा" | यूहन्ना 15:9-10
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May 11, 2022 |
"आपस में प्रेम रखोगे तो सब जानेंगे, कि तुम मेरे चेले हो" | यूहन्ना 13:34-35
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May 10, 2022 |
"जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो" | यूहन्ना 13:34
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May 09, 2022 |
सो सत्य से अपनी कमर कस लो | इफिसियों 6:13-14
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May 07, 2022 |
और जितने लोग अधर्म से प्रसन्न होते हैं, सब दण्ड पाएं | 2 थिस्सलुनीकियों 2:7-12
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May 05, 2022 |
हम उस में जो सत्य है, अर्थात उसके पुत्र यीशु मसीह में रहते हैं | 1 यूहन्ना 5:20
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May 04, 2022 |
वह सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा | यूहन्ना 16:13
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May 03, 2022 |
मेरा घर सब जातियों के लिये प्रार्थना का घर कहलाएगा | मरकुस 11:17
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May 02, 2022 |
उस पवित्रता के खोजी हो जिस के बिना कोई प्रभु को न देखेगा | इब्रानियों 12:14
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Apr 30, 2022 |
"सेनाओं का यहोवा पवित्र, पवित्र, पवित्र है..." | यशायाह 6:1-3
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Apr 29, 2022 |
किसी का जीवन उस की संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता | लूका 12:15
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Apr 28, 2022 |
क्योंकि मैं उसे जिस की मैं ने प्रतीति की है, जानता हूं | 2 तीमुथियुस 1:12
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Apr 27, 2022 |
क्योंकि हम मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए है | इफिसियों 2:10
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Apr 26, 2022 |
आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए | इफिसियों 2:6-7
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Apr 25, 2022 |
तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो | इफिसियों 2:13
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Apr 23, 2022 |
और स्वर्गीय स्थानों में मसीह यीशु के साथ बैठाया | इफिसियों 2:6
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Apr 22, 2022 |
अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है | इफिसियों 2:5
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Apr 21, 2022 |
तब यीशु ने फिर बड़े शब्द से चिल्लाकर प्राण छोड़ दिए (भाग-2) | मत्ती 27:50-53 | Easter Series
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Apr 16, 2022 |
तब यीशु ने फिर बड़े शब्द से चिल्लाकर प्राण छोड़ दिए (भाग-1) | मत्ती 27:50-53 | Easter Series
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Apr 15, 2022 |
"हे यहोवा, हे सत्यवादी ईश्वर, तू ने मुझे मोल लेकर मुक्त किया है" | भजन संहिता 31:5 | Easter Series
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Apr 11, 2022 |
“हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ” (भाग-2) | लूका 23:46 | Easter Series
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Apr 11, 2022 |
“हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ” (भाग-1) | लूका 23:46 | Easter Series
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Apr 08, 2022 |
यीशु ने कहा "पूरा हुआ" और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए (भाग-3) | यूहन्ना 19:30 | Easter Series
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Apr 07, 2022 |
यीशु ने कहा "पूरा हुआ" और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए (भाग-2) | यूहन्ना 19:30 | Easter Series
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Apr 06, 2022 |
यीशु ने कहा "पूरा हुआ" और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए (भाग-1) | यूहन्ना 19:30 | Easter Series
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Apr 05, 2022 |
यीशु ने यह जानकर कि सब कुछ हो चुका... कहा "मैं प्यासा हूं" | यूहन्ना 19:28 | Easter Series
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Apr 05, 2022 |
"एली, एली, लमा शबक्तनी ?" | मत्ती 27:46 | Easter Series
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Apr 04, 2022 |
"...आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा" | लूका 23:42-43 | Easter Series
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Apr 02, 2022 |
"हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं..." (भाग-2) | लूका 23:34 | Easter Series
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Apr 01, 2022 |
"हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं..." | लूका 23:34 | Easter Series
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Mar 31, 2022 |
परमेश्वर का मेम्ना... जो जगत के पाप उठा ले जाता है | यूहन्ना 1:29 | Easter Series
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Mar 29, 2022 |
"...मेरे सिवा कोई तेरा उद्धारकर्ता नहीं हैं" | होशे 13:4 | Easter Series
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Mar 29, 2022 |
मसीह का लोहू... तुम्हारे विवेक को... क्यों न शुद्ध करेगा ! | इब्रानियों 9:13-14 | Easter Series
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Mar 28, 2022 |
इसलिये कि व्यवस्था ने किसी बात की सिद्धि नहीं कि | इब्रानियों 7:19 | Easter Series
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Mar 25, 2022 |
विश्वास ही से उस ने फसह और लोहू छिड़कने की विधि मानी | इब्रानियों 11:28 | Easter Series
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Mar 25, 2022 |
परमेश्वर ने प्रथम युग के भक्तिहीन संसार पर महा जल-प्रलय भेजा | 2 पतरस 2:5 | Easter Series
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Mar 23, 2022 |
विश्वास ही से हाबिल ने उत्तम बलिदान परमेश्वर के लिये चढ़ाया | इब्रानियों 11:4 | Easter Series
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Mar 22, 2022 |
बिना लहू बहाए पापों की क्षमा नहीं! | उत्पत्ति 3:21 | Easter Series
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Mar 22, 2022 |
वह मेम्ना जो जगत की उत्पत्ति के समय घात हुआ | प्रकाशितवाक्य 13:8 | Easter Series
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Mar 21, 2022 |
हमारे परमेश्वर यहोवा की मनोहरता हम पर प्रगट हो | भजन संहिता 90:17
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Mar 18, 2022 |
यहोवा सारी विपत्ति से तेरी रक्षा करेगा | भजन संहिता 121:7 | दैनिक मन्ना
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Mar 18, 2022 |
हे प्रभु, तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है! | भजन संहिता 90:1
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Mar 17, 2022 |
यहोवा यों कहता है: "मैं सब से पहिला हूं और मैं ही अन्त तक रहूंगा !" | यशायाह 44:6
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Mar 15, 2022 |
...वह नहीं जानता था कि उसके चेहरे से किरणें निकल रही हैं! | निर्गमन 34:29
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Mar 15, 2022 |
चुप हो जाओ और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं! | भजन संहिता 46:10
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Mar 14, 2022 |
जो कर्मचारी बुद्धि से काम करता है, उस पर राजा प्रसन्न होता है | नीतिवचन 14:35
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Mar 12, 2022 |
जाति की बढ़ती धर्म ही से होती है | नीतिवचन 14:34
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Mar 10, 2022 |
मूर्खों के अन्त:करण में जो कुछ है वह प्रगट हो जाता है | नीतिवचन 14:33
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Mar 09, 2022 |
दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नाश हो जाता है | नीतिवचन 14:32
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Mar 08, 2022 |
जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निन्दा करता है! | नीतिवचन 14:31
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Mar 07, 2022 |
शान्त मन, तन का जीवन है | नीतिवचन 14:30
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Mar 07, 2022 |
राजा की महिमा प्रजा की बहुतायत से होती है | नीतिवचन 14:28
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Mar 04, 2022 |
यहोवा का भय मानना, जीवन का सोता है | नीतिवचन 14:27
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Mar 04, 2022 |
यहोवा के भय मानने से दृढ़ भरोसा होता है | नीतिवचन 14:26
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Mar 03, 2022 |
जो झूठी बातें उड़ाया करता है उस से धोखा ही होता है | नीतिवचन 14:25
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Mar 01, 2022 |
बुद्धिमानों का धन उन का मुकुट ठहरता है | नीतिवचन 14:24
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Mar 01, 2022 |
तुम लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे... इन का होना अवश्य है! | मत्ती 24:6
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Feb 28, 2022 |
तुम लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे, देखो घबरा न जाना | मत्ती 24:6-7
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Feb 26, 2022 |
बकवाद करने से केवल घटती होती है! | नीतिवचन 14:23
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Feb 24, 2022 |
निर्धन का पड़ोसी भी उस से घृणा करता है! | नीतिवचन 14:20-21
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Feb 24, 2022 |
दुष्ट लोग धर्मी के फाटक पर दण्डवत करते हैं | नीतिवचन 14:19
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Feb 23, 2022 |
जो झट क्रोध करे, वह मूढ़ता का काम भी करेगा | नीतिवचन 14:17
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Feb 22, 2022 |
बुद्धिमान डर कर बुराई से हटता है | नीतिवचन 14:16
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Feb 21, 2022 |
भोला तो हर एक बात को सच मानता है | नीतिवचन 14:15
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Feb 18, 2022 |
जिसका मन ईश्वर से हटता है वह अपनी चाल-चलन का फल भोगता है! | नीतिवचन 14:14
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Feb 17, 2022 |
हंसी के समय भी मन उदास होता है! | नीतिवचन 14:13
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Feb 17, 2022 |
ऐसा मार्ग है जो मनुष्य को ठीक दिखता है, परन्तु... | नीतिवचन 14:12
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Feb 16, 2022 |
सीधे लोगों के तम्बू में आबादी होती है | नीतिवचन 14:11
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Feb 14, 2022 |
मन अपना ही दु:ख जानता है! | नीतिवचन 14:10
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Feb 13, 2022 |
मूढ़ लोग दोषी होने को ठट्ठा जानते हैं | नीतिवचन 14:9
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Feb 12, 2022 |
मूर्खों की मूढ़ता छल करना है | नीतिवचन 14:8
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Feb 10, 2022 |
मूर्ख से अलग हो जा! | नीतिवचन 14:7
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Feb 10, 2022 |
ठट्ठा करने वाला बुद्धि को ढूंढ़ता, परन्तु नहीं पाता | नीतिवचन 14:6
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Feb 09, 2022 |
झूठा साक्षी झूठी बातें उड़ाता है | नीतिवचन 14:5
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Feb 08, 2022 |
जहां बैल नहीं, वहां गौशाला निर्मल तो रहती है! | नीतिवचन 14:4
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Feb 07, 2022 |
मूढ़ के मुंह में गर्व का अंकुर है! | नीतिवचन 14:3
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Feb 04, 2022 |
हर बुद्धिमान स्त्री अपने घर को बनाती है | नीतिवचन 14:1
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Feb 03, 2022 |
धर्मी पेट भर खाने पाता है | नीतिवचन 13:25
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Feb 02, 2022 |
जो बेटे पर छड़ी नहीं चलाता वह उसका बैरी है! | नीतिवचन 13:24
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Feb 01, 2022 |
निर्बल लोगों को खेती बारी से बहुत भोजनवस्तु मिलती है | नीतिवचन 13:23
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Feb 01, 2022 |
भला मनुष्य अपने नाती-पोतों के लिये भाग छोड़ जाता है | नीतिवचन 13:22
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Jan 30, 2022 |
...धर्मियों को अच्छा फल मिलता है! | नीतिवचन 13:21
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Jan 28, 2022 |
बुराई पापियों के पीछे पड़ती है! | नीतिवचन 13:21
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Jan 27, 2022 |
बुद्धिमानों की संगति में तू भी बुद्धिमान हो जाएगा! | नीतिवचन 13:20
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Jan 26, 2022 |
दुष्ट दूत बुराई में फंसता है | नीतिवचन 13:17
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Jan 25, 2022 |
सुबुद्धि के कारण अनुग्रह होता है | नीतिवचन 13:15-16
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Jan 24, 2022 |
जो वचन को तुच्छ जानता, वह नाश हो जाता है! | नीतिवचन 13:13
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Jan 23, 2022 |
जब आशा पूरी होने में विलम्ब होता है, तो मन शिथिल होता है | नीतिवचन 13:12
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Jan 21, 2022 |
जो अपने परिश्रम से बटोरता, उसकी बढ़ती होती है | नीतिवचन 13:11
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Jan 20, 2022 |
धर्मियों की ज्योति आनन्द के साथ रहती है | नीतिवचन 13:9
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Jan 19, 2022 |
कोई अपने आप को दौलतमंद जताता है लेकिन ग़रीब है | नीतिवचन 13:7-8
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Jan 18, 2022 |
जो अपने मुंह की चौकसी करता है, वह अपने प्राण की रक्षा करता है! | नीतिवचन 13:3
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Jan 17, 2022 |
सज्जन अपनी बातों के कारण उत्तम वस्तु खाने पाता है | नीतिवचन 13:2
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Jan 16, 2022 |
बुद्धिमान पुत्र पिता की शिक्षा सुनता है | नीतिवचन 13:1
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Jan 14, 2022 |
कामकाजी को अनमोल वस्तु मिलती है | नीतिवचन 12:28
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Jan 13, 2022 |
कामकाजी को अनमोल वस्तु मिलती है | नीतिवचन 12:27
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Jan 12, 2022 |
धर्मी अपने पड़ोसी की अगुवाई करता है! | नीतिवचन 12:26
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Jan 11, 2022 |
उदास मन दब जाता है! | नीतिवचन 12:25
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Jan 11, 2022 |
कामकाजी लोग प्रभुता करते हैं! | नीतिवचन 12:24
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Jan 09, 2022 |
झूठों से यहोवा को घृणा आती है! | नीतिवचन 12:22
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Jan 08, 2022 |
बिना सोच विचार का बोलना तलवार की नाईं चुभता है! | नीतिवचन 12:18-19
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Jan 07, 2022 |
मूढ़ को अपनी ही चाल सीधी जान पड़ती है! | नीतिवचन 12:15
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Jan 06, 2022 |
दुष्ट जन बुरे लोगों के जाल की अभिलाषा करते हैं | नीतिवचन 12:12
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Jan 04, 2022 |
जो निकम्मों की संगति करता, वह निर्बुद्धि ठहरता है! | नीतिवचन 12:11
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Jan 03, 2022 |
र्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है | नीतिवचन 12:10
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Jan 03, 2022 |
हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो! | भजन संहिता 100:1-5
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Jan 01, 2022 |
धर्मी को हानि नहीं होती है | नीतिवचन 12:21
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Dec 30, 2021 |
मनुष्य कि बुद्धि के अनुसार उसकी प्रशंसा होती है | नीतिवचन 12:8-9
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Dec 29, 2021 |
भली स्त्री अपने पति का मुकुट है | नीतिवचन 12:4
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Dec 28, 2021 |
कोई मनुष्य दुष्टता के कारण स्थिर नहीं होता | नीतिवचन 12:2-3
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Dec 27, 2021 |
धर्मी को पृथ्वी पर फल मिलेगा | नीतिवचन 11:30-31
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Dec 26, 2021 |
परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा | यूहन्ना 3:16-17
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Dec 25, 2021 |
वह उस घड़ी वहां आकर प्रभु का धन्यवाद करने लगी | लूका 2:38
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Dec 23, 2021 |
आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है | लूका 2:10-11
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Dec 23, 2021 |
डरो मत, खड़े खड़े वह उद्धार का काम देखो | निर्गमन 14:13
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Dec 21, 2021 |
⚠️ ज़रूरी सूचना | दैनिक मन्ना ⚠️
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Dec 21, 2021 |
जिस पर ईश्वर का अनुग्रह हुआ है, प्रभु तेरे साथ है | लूका 1:28
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Dec 19, 2021 |
जो अपने घराने को दु:ख देता, उसका भाग वायु ही होगा | नीतिवचन 11:29
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Dec 17, 2021 |
जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है | नीतिवचन 11:28
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Dec 17, 2021 |
जो दूसरे की बुराई का खोजी होता है, उसी पर बुराई आ पड़ती है | नीतिवचन 11:27
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Dec 15, 2021 |
जो औरों की खेती सींचता है, उसकी भी सींची जाएगी | नीतिवचन 11:24-25
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Dec 14, 2021 |
धर्मियों की लालसा तो केवल भलाई की होती है | नीतिवचन 11:23
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Dec 13, 2021 |
जो स्त्री विवेक नहीं रखती, वह नथ पहिने हुए सूअर के समान है | नीतिवचन 11:22
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Dec 12, 2021 |
मैं दृढ़ता के साथ कहता हूं, धर्मी का वंश बचाया जाएगा | नीतिवचन 11:21
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Dec 10, 2021 |
कृपालु मनुष्य अपना ही भला करता है | नीतिवचन 11:17
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Dec 09, 2021 |
अनुग्रह करने वाली स्त्री प्रतिष्ठा नहीं खोती है | नीतिवचन 11:16
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Dec 06, 2021 |
सम्मति देने वालों की बहुतायत के कारण बचाव होता है | नीतिवचन 11:14
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Dec 05, 2021 |
जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता है, वह निर्बुद्धि है | नीतिवचन 11:12-13
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Dec 04, 2021 |
सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की बढ़ती होती है | नीतिवचन 11:10-11
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Dec 02, 2021 |
भक्तिहीन जन अपने पड़ोसी को अपने मुंह की बात से बिगाड़ता है | नीतिवचन 11:9
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Dec 02, 2021 |
जब दुष्ट मरता है, तब उसकी आशा टूट जाती है ! | नीतिवचन 11:7
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Nov 30, 2021 |
धन से कुछ लाभ नहीं होता, धर्म मृत्यु से भी बचाता है | नीतिवचन 11:4 | दैनिक मन्ना
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Nov 29, 2021 |
जब अभिमान होता है, तब अपमान भी होता है | नीतिवचन 11:2
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Nov 28, 2021 |
छल के तराजू से यहोवा को घृणा आती है | नीतिवचन 11:1
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Nov 26, 2021 |
धर्मी सदा अटल रहेगा, परन्तु दुष्ट पृथ्वी पर बसने न पाएंगे | नीतिवचन 10:29-30
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Nov 25, 2021 |
यहोवा के भय मानने से आयु बढ़ती है | नीतिवचन 10:27-28
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Nov 24, 2021 |
जैसे आंख को धूंआ, वैसे आलसी उन को लगता है जो उस को कहीं भेजते हैं | नीतिवचन 10:26
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Nov 23, 2021 |
बवण्डर निकल जाते ही दुष्ट जन लोप हो जाता है | नीतिवचन 10:25
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Nov 22, 2021 |
दुष्ट जन जिस विपत्ति से डरता है, वह उस पर आ पड़ती है | नीतिवचन 10:24
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Nov 21, 2021 |
धन यहोवा की आशीष ही से मिलता है | नीतिवचन 10:22
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Nov 19, 2021 |
धर्मी के वचनों से बहुतों का पालन पोषण होता है | नीतिवचन 10:20-21
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Nov 18, 2021 |
जहां बहुत बातें होती हैं, वहां अपराध भी होता है | नीतिवचन 10:18-20
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Nov 17, 2021 |
जो डांट से मुंह मोड़ता, वह भटकता है | नीतिवचन 10:17
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Nov 16, 2021 |
धर्मी का परिश्रम जीवन के लिये होता है | नीतिवचन 10:16
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Nov 15, 2021 |
कंगाल लोग निर्धन होने के कारण विनाश होते हैं | नीतिवचन 10:14-15
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Nov 14, 2021 |
निर्बुद्धि की पीठ के लिये कोड़ा है | नीतिवचन 10:13
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Nov 12, 2021 |
प्रेम से सब अपराध ढंप जाते हैं! | नीतिवचन 10:12
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Nov 11, 2021 |
धर्मी का मुंह तो जीवन का सोता है | नीतिवचन 10:11
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Nov 10, 2021 |
जो आँख मारता है, उस से औरों को दुख मिलता है | नीतिवचन 10:10
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Nov 09, 2021 |
जो टेढ़ी चाल चलता है उसकी चाल प्रगट हो जाती है | नीतिवचन 10:9
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Nov 08, 2021 |
जो बुद्धिमान है, वह आज्ञाओं को स्वीकार करता है | नीतिवचन 10:8
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Nov 07, 2021 |
धर्मी को लोग आशीर्वाद देते हैं, परन्तु दुष्टों का नाम मिट जाता है | नीतिवचन 10:7
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Nov 05, 2021 |
धर्मी पर बहुत से आर्शीवाद होते हैं | नीतिवचन 10:6
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Nov 04, 2021 |
जो बेटा कटनी के समय भारी नींद में रहता है, वह लज्जा का कारण होता है | नीतिवचन 10:5
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Nov 03, 2021 |
जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है | नीतिवचन 10:4
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Nov 02, 2021 |
धर्मी को यहोवा भूखा मरने नहीं देता | नीतिवचन 10:3
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Nov 01, 2021 |
दुष्टों के धन से लाभ नही होता! | नीतिवचन 10:2
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Nov 01, 2021 |
मूर्ख पुत्र के कारण माता उदास रहती है! | नीतिवचन 10:1
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Oct 29, 2021 |
चोरी का पानी मीठा होता है! | नीतिवचन 9:13-18
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Oct 28, 2021 |
यहोवा का भय मानना बुद्धि का आरम्भ है? | नीतिवचन 9:10-12
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Oct 28, 2021 |
ठट्ठा करने वाले को न डांट ऐसा न हो कि वह तुझ से बैर रखे! | नीतिवचन 9:7-9
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Oct 26, 2021 |
बुद्धि ने अपना घर बनाया और उसके सातों खंभे गढ़े हुए हैं | नीतिवचन 9:1-6
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Oct 25, 2021 |
"जो मुझे पाता है, वह जीवन को पाता है..." | नीतिवचन 8:32-36
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Oct 25, 2021 |
"यहोवा ने मुझे प्राचीनकाल के कामों से भी पहिले उत्पन्न किया..." | नीतिवचन 8:22-31
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Oct 22, 2021 |
"मेरा फल चोखे सोने वरन कुन्दन से भी उत्तम है..." | नीतिवचन 8:18-21
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Oct 21, 2021 |
"मेरे ही द्वारा राजा राज्य करते हैं..." | नीतिवचन 8:14-17
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Oct 20, 2021 |
यहोवा का भय मानना, बुराई से बैर रखना है | नीतिवचन 8:12-13
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Oct 19, 2021 |
चान्दी नहीं मेरी शिक्षा को लो | नीतिवचन 8:10-11
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Oct 18, 2021 |
तेरा मन ऐसी स्त्री के मार्ग की ओर न फिरे | नीतिवचन 7:22-27
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Oct 17, 2021 |
बुद्धि से कह कि, तू मेरी बहिन है | नीतिवचन 7:4-5
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Oct 15, 2021 |
मेरी आज्ञाओं को मान, और अपने हृदय की पटिया पर लिख ले | नीतिवचन 7:1-3
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Oct 14, 2021 |
क्योंकि जलन से पुरूष बहुत ही क्रोधित हो जाता है | नीतिवचन 6:34-35
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Oct 13, 2021 |
जो परस्त्रीगमन करता है, वह अपने प्राणों को नाश करना चाहता है! | नीतिवचन 6:30-33
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Oct 12, 2021 |
जो पराई स्त्री के पास जाता है, वह दण्ड से न बचेगा | नीतिवचन 6:27-29
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Oct 12, 2021 |
आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति है | नीतिवचन 6:23-24
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Oct 11, 2021 |
हे मेरे पुत्र, मेरी आज्ञा को मान | नीतिवचन 6:20-22
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Oct 08, 2021 |
इन 6 वस्तुओं से यहोवा बैर रखता है! (भाग-2) | नीतिवचन 6:16-19
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Oct 08, 2021 |
इन 6 वस्तुओं से यहोवा बैर रखता है! | नीतिवचन 6:16-17
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Oct 07, 2021 |
अनर्थकारी पर विपत्ति अचानक आ पड़ेगी और वह नाश हो जाएगा! | नीतिवचन 6:12-15
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Oct 05, 2021 |
हे आलसी, चींटियों के काम पर ध्यान दे | नीतिवचन 6:6-11
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Oct 04, 2021 |
अपने पड़ोसी का कर्ज़दार न बन! | नीतिवचन 6:1-5
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Oct 04, 2021 |
मनुष्य के मार्ग यहोवा की दृष्टि से छिपे नहीं हैं | नीतिवचन 5:21-23
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Oct 02, 2021 |
तू अपने ही कूंए से सोते का जल पिया करना | नीतिवचन 5:15-17
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Sep 30, 2021 |
अपने पांव को बुराई के मार्ग पर चलने से हटा ले | नीतिवचन 4:25-27
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Sep 29, 2021 |
धर्मियों की चाल चमकती हुई ज्योति के समान है | नीतिवचन 4:18
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Sep 28, 2021 |
दुष्टों की बाट में पांव न धरना | नीतिवचन 4:13-17
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Sep 27, 2021 |
बुद्धि को प्राप्त कर, समझ को भी प्राप्त कर | नीतिवचन 4:5-9
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Sep 27, 2021 |
तू मेरी आज्ञाओं का पालन कर तब जीवित रहेगा | नीतिवचन 4:1-4
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Sep 24, 2021 |
हे मेरे पुत्रो, पिता की शिक्षा सुनो | नीतिवचन 4:1-2
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Sep 23, 2021 |
बुद्धिमान महिमा को पाएंगे | नीतिवचन 3:35
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Sep 22, 2021 |
दुष्ट के घर पर यहोवा का शाप होता है | नीतिवचन 3:33-35
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Sep 21, 2021 |
उपद्रवी पुरूष से डाह न करना, और ना उसकी सी चाल चलना | नीतिवचन 3:30-32
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Sep 20, 2021 |
भला करने से न रुकना | नीतिवचन 3:27-29
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Sep 20, 2021 |
जब तू लेटेगा तब सुख की नींद आएगी | नीतिवचन 3:24-26
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Sep 17, 2021 |
बुद्धि और समझ को अपनी नज़रों से ओझल होने न दें | नीतिवचन 3:21-23
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Sep 16, 2021 |
हमारे परमेश्वर की रचनात्मक बुद्धि | नीतिवचन 3:19-20
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Sep 15, 2021 |
शांतिपूर्ण और सुखी जीवन कैसे बिताए | नीतिवचन 3:16-18
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Sep 14, 2021 |
क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए | नीतिवचन 3:13-15
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Sep 13, 2021 |
यहोवा जिस से प्रेम रखता है उस को डांटता है | नीतिवचन 3:11-12
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Sep 12, 2021 |
अपनी संपत्ति देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना | नीतिवचन 3:9-10
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Sep 10, 2021 |
अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना | नीतिवचन 3:7-8
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Sep 10, 2021 |
अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना | नीतिवचन 3:5-6
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Sep 08, 2021 |
कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं | नीतिवचन 3:3-4
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Sep 07, 2021 |
शांतिपूर्ण और सफल जीवन का रहस्य | नीतिवचन 3:1-2
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Sep 06, 2021 |
मीठी-बातें बोलने वाली स्त्री से सावधान! | नीतिवचन 2:16-18
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Sep 06, 2021 |
परमेश्वर के बुद्धि की खोज करने का लाभ | नीतिवचन 2:7-8
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Sep 03, 2021 |
परमेश्वर के ज्ञान के उपहार को खोजे | नीतिवचन 2:3-6
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Sep 02, 2021 |
बुद्धि सड़क में ऊंचे स्वर से बोलती है | नीतिवचन 1:20-23
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Sep 02, 2021 |
बुरी संगति रखने का खतरा! | नीतिवचन 1:10
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Sep 02, 2021 |