दैनिक मन्ना | Bible Devotions in Hindi

By Finney Samuel

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Category: Christianity

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Episodes: 635

Description

"दैनिक मन्ना" प्रतिदिन के लिए संक्षिप्त बाइबल अध्ययन है। इन अध्ययन के माध्यम से रोज़ आप आत्मिक उन्नति कर सकते है!
WhatsApp पर सूचित होने के लिए आप हमारे वेबसाइट द्वारा जुड़ सकते है: www.finneysamuel.com

Episode Date
रोमियो 8:28 | जो परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें भलाई उत्पन्न करती है
Dec 30, 2023
भजन संहिता 107:1 | यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है
Dec 29, 2023
फिलिप्पियों 2:12 | डरते और कांपते हुए अपने उद्धार का कार्य पूरा करते जाओ
Dec 27, 2023
यूहन्ना 17:3 | अनन्त जीवन यह है, कि वे सच्चे परमेश्वर को जाने
Dec 27, 2023
मत्ती 1:21 | वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना
Dec 25, 2023
1 कुरिन्थियों 15:10 | परमेश्वर का अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ
Dec 23, 2023
लूका 19:1-10 | मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है
Dec 22, 2023
लूका 5:27-32 | वैद्य भले चंगों के लिये नहीं, परन्तु बीमारों के लिये अवश्य है
Dec 21, 2023
लूका 2:10-11 | मत डरो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं
Dec 20, 2023
भजन संहिता 17:13-15 | हे यहोवा, अपनी तलवार के बल से मेरे प्राण को बचा ले
Dec 19, 2023
भजन संहिता 17:6-12 | हे ईश्वर, मुझे अपने आंखो की पुतली की नाईं सुरक्षित रख
Dec 18, 2023
भजन संहिता 17:1-5 | हे यहोवा परमेश्वर, मेरी पुकार की ओर ध्यान दे
Dec 16, 2023
भजन संहिता 16:8-11 | मैं ने यहोवा को निरन्तर अपने सम्मुख रखा है
Dec 15, 2023
भजन संहिता 16:5-7 | यहोवा मेरा भाग और मेरे कटोरे का हिस्सा है
Dec 14, 2023
भजन संहिता 16:2-4 | हे परमेश्वर, तू ही मेरा प्रभु है
Dec 13, 2023
भजन संहिता 16:1 | हे ईश्वर मेरी रक्षा कर
Dec 12, 2023
भजन संहिता 15:1-5 | हे परमेश्वर तेरे तम्बू में कौन रहेगा?
Dec 11, 2023
भजन संहिता 14:4-7 | परमेश्वर धर्मी लोगों के बीच में निरन्तर रहता है
Nov 21, 2023
भजन संहिता 14:1-3 | परमेश्वर ने स्वर्ग में से मनुष्यों पर दृष्टि की है
Nov 20, 2023
भजन संहिता 13:1-6 | हे मेरे परमेश्वर यहोवा मेरी ओर ध्यान दे
Nov 18, 2023
भजन संहिता 12:5-8 | परमेश्वर का वचन पवित्र है
Nov 17, 2023
भजन संहिता 12:1-4 | प्रभु सब चापलूस ओठों को काट डालेगा
Nov 16, 2023
भजन संहिता 11:4-7 | परमेश्वर का सिंहासन स्वर्ग में है
Nov 15, 2023
भजन संहिता 11:1-3 | मेरा भरोसा परमेश्वर पर है
Nov 14, 2023
भजन संहिता 10:12-18 | यहोवा अनन्तकाल के लिये महाराज है
Nov 13, 2023
भजन संहिता 10:1-12 | दुष्ट अपनी अभिलाषा पर घमण्ड करता है
Nov 11, 2023
भजन संहिता 9:19-20 | हे परमेश्वर, उन को भय दिला
Nov 10, 2023
भजन संहिता 9:15-18 | यहोवा ने अपने को प्रगट किया, उसने न्याय किया है
Nov 09, 2023
भजन संहिता 9:13-15 | हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर
Nov 08, 2023
भजन संहिता 9:9-12 | हे यहोवा तू ने अपने खोजियों को त्याग नहीं दिया
Nov 07, 2023
भजन संहिता 9:3-8 | यहोवा सदैव सिंहासन पर विराजमान है
Nov 06, 2023
भजन संहिता 9:1-2 | हे यहोवा, मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा
Nov 04, 2023
भजन संहिता 8:9 | हे यहोवा, तेरा नाम पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है
Nov 03, 2023
भजन संहिता 8:3-8 | आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?
Nov 02, 2023
भजन संहिता 8:1-2 | हे यहोवा तेरा नाम पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है
Nov 01, 2023
भजन संहिता 7:14-17 | दुष्ट ने जो खाई बनाई थी उस में वह आप ही गिरा
Sep 16, 2023
भजन संहिता 7:11-13 | परमेश्वर धर्मी और न्यायी है
Sep 15, 2023
भजन संहिता 7:6-10 | यहोवा मेरे धर्म और खराई के अनुसार मेरा न्याय चुका दे
Sep 14, 2023
भजन संहिता 7:1-5 | हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मेरा भरोसा तुझ पर है
Sep 09, 2023
भजन संहिता 6:8-10 | मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत घबराएंगे
Sep 08, 2023
भजन संहिता 6:1-7 | हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं कुम्हला गया हूं
Sep 07, 2023
भजन संहिता 5:8-12 | जितने यहोवा पर भरोसा रखते हैं वे सब आनन्द करें
Sep 06, 2023
भजन संहिता 5:4-7 | यहोवा तो हत्यारे और छली मनुष्य से घृणा करता है
Sep 05, 2023
भजन संहिता 5:1-3 | हे मेरे परमेश्वर, मेरी दोहाई पर ध्यान दे
Sep 04, 2023
भजन संहिता 4:6-8 | हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका
Aug 26, 2023
भजन संहिता 4:1-5 | हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूं तब तू मुझे उत्तर दे
Aug 25, 2023
भजन संहिता 3:7-8 | हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो
Aug 24, 2023
भजन संहिता 3:4-6 | मैं ऊंचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूं
Aug 23, 2023
भजन संहिता 3:1-3 | हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढ़ाल है
Aug 22, 2023
भजन संहिता 2:10-12 | डरते हुए यहोवा की उपासना करो
Aug 21, 2023
भजन संहिता 2:7-9 | "मैं जाति जाति के लोगों को तेरी सम्पत्ति होने के लिये दे दूंगा"
Aug 19, 2023
भजन संहिता 2:4-6 | प्रभु उन को ठट्ठों में उड़ाएगा
Aug 18, 2023
भजन संहिता 2:1-3 | जाति जाति के लोग क्यों हुल्लड़ मचाते हैं?
Aug 17, 2023
भजन संहिता 1:4-6 | दुष्ट लोग भूसी के समान होते हैं, जो पवन से उड़ाई जाती है
Aug 16, 2023
भजन संहिता 1:3 | वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है
Aug 15, 2023
भजन संहिता 1:1-2 | क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता
Aug 14, 2023
नीतिवचन 31:30-31 | जो स्त्री यहोवा का भय मानती है, उसकी प्रशंसा की जाएगी
Aug 12, 2023
नीतिवचन 31:28-29 | उसके पुत्र उठ उठकर उस को धन्य कहते हैं
Aug 11, 2023
नीतिवचन 31:26-27 | वह अपने घराने के चाल चलन को ध्यान से देखती है
Aug 10, 2023
नीतिवचन 31:24-25 | वह बल और प्रताप का पहिरावा पहिने रहती है
Aug 09, 2023
नीतिवचन 31:23 | जब उसका पति सभा में पुरनियों के संग बैठता है, तब उसका सम्मान होता है
Aug 08, 2023
नीतिवचन 31:21-22 | वह अपने घराने के लिये हिम से नहीं डरती
Aug 07, 2023
नीतिवचन 31:20 | वह दीन और दरिद्र के संभालने को हाथ बढ़ाती है
Aug 05, 2023
नीतिवचन 31:19 | वह अटेरन में हाथ लगाती है, और चरखा पकड़ती है
Aug 04, 2023
नीतिवचन 31:18 | वह परख लेती है कि मेरा व्यापार लाभदायक है
Aug 03, 2023
नीतिवचन 31:16-17 | वह किसी खेत के विषय में सोच विचार करती है और उसे मोल ले लेती है
Aug 02, 2023
नीतिवचन 31:15 | वह रात ही को उठ बैठती है, और अपने घराने को भोजन खिलाती है
Aug 01, 2023
नीतिवचन 31:13-14 | वह ऊन और सन ढूंढ़ ढूंढ़ कर, प्रसन्नता के साथ काम करती है
Jul 31, 2023
नीतिवचन 31:10-12 | भली पत्नी के पति के मन में उस के प्रति विश्वास है
Jul 29, 2023
नीतिवचन 31:10 | भली पत्नी कौन पा सकता है?
Jul 28, 2023
नीतिवचन 31:8-9 | गूंगे के लिये अपना मुंह खोल
Jul 27, 2023
नीतिवचन 31:4-7 | राजाओं का दाखमधु पीना उन को शोभा नहीं देता
Jul 26, 2023
नीतिवचन 31:3 | अपना बल स्त्रियों को न देना, न अपना जीवन उनके वश कर देना
Jul 25, 2023
नीतिवचन 31:1-2 | लमूएल राजा के वचन, जो उसकी माता ने उसे सिखाए
Jul 24, 2023
नीतिवचन 30:33 | जैसे दूध के मथने से मक्खन निकलता है, वैसे ही क्रोध से झगड़ा होता है
Jul 21, 2023
नीतिवचन 30:32 | यदि तू ने अपनी बड़ाई करने की मूढ़ता की, तो अपने मुंह पर हाथ धर
Jul 20, 2023
नीतिवचन 30:29-31 | चार प्राणी हैं, जिन की चाल सुन्दर है
Jul 19, 2023
नीतिवचन 30:28 | मकड़ी हाथ से पकड़ी तो जाती है, तौभी राजभवनों में रहती है
Jul 18, 2023
नीतिवचन 30:27 | टिड्डियों का राजा तो नहीं होता, तौभी वे सब दल बान्ध कर पलायन करती हैं
Jul 17, 2023
नीतिवचन 30:26 | शापान बली जाति नहीं, तौभी उनकी मान्दें पहाड़ों पर होती हैं
Jul 15, 2023
नीतिवचन 30:24-25 | पृथ्वी पर चार छोटे जन्तु हैं, जो अत्यन्त बुद्धिमान हैं
Jul 14, 2023
नीतिवचन 30:21-23 | तीन बातों के कारण पृथ्वी कांपती है
Jul 13, 2023
नीतिवचन 30:18-20 | तीन बातें वरन चार हैं, जो मेरी समझ से परे हैं
Jul 12, 2023
नीतिवचन 30:17 | जिस आंख से कोई अपने पिता पर अनादर की दृष्टि करे, उस को कौवे खोद-खोद कर निकालेंगे
Jul 11, 2023
नीतिवचन 30:15-16 | जैसे जोंक की दो बेटियां होती हैं, जो कहती हैं दे, दे
Jul 10, 2023
नीतिवचन 30:11-14 | एक पीढ़ी के लोग ऐसे हैं– उनकी दृष्‍टि क्या ही घमण्ड से भरी रहती है
Jul 08, 2023
नीतिवचन 30:10 | किसी दास की, उसके स्वामी से चुगली न करना
Jul 07, 2023
नीतिवचन 30:7-9 | "प्रतिदिन की रोटी मुझे खिलाया कर"
Jul 06, 2023
नीतिवचन 30:5-6 | ईश्वर का एक एक वचन ताया हुआ है
Jul 05, 2023
नीतिवचन 30:4 | किस ने पृथ्वी के सिवानों को ठहराया है? उसका नाम क्या है?
Jul 04, 2023
नीतिवचन 30:1-3 | याके के पुत्र आगूर के प्रभावशाली वचन
Jul 03, 2023
नीतिवचन 29:25-26 | जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह ऊंचे स्थान पर चढ़ाया जाता है
Jul 01, 2023
नीतिवचन 29:24 | जो चोर की संगति करता है वह अपने प्राण का बैरी होता है
Jun 30, 2023
नीतिवचन 29:22-23 | मनुष्य को गर्व के कारण नीचा देखना पड़ता है
Jun 29, 2023
नीतिवचन 29:21 | जो अपने दास को लड़कपन से पालता है, वह उसका बेटा बन बैठता है
Jun 28, 2023
नीतिवचन 29:20 | उतावली करने वाले मनुष्य से अधिक तो मूर्ख ही से आशा है
Jun 27, 2023
नीतिवचन 29:19 | दास बातों ही के द्वारा सुधारा नहीं जाता
Jun 26, 2023
नीतिवचन 29:18 | जहां दर्शन की बात नहीं होती, वहां लोग निरंकुश हो जाते हैं
Jun 24, 2023
नीतिवचन 29:15-17 | जो लड़का यों ही छोड़ा जाता है वह अपनी माता की लज्जा का कारण होता है
Jun 23, 2023
नीतिवचन 29:14 | जो राजा कंगालों का न्याय चुकाता है, उसकी गद्दी स्थिर रहती है
Jun 22, 2023
नीतिवचन 29:13 | यहोवा निर्धन और अन्धेर करने वाले पुरूष की आंखों में ज्योति देता है
Jun 21, 2023
नीतिवचन 29:12 | जब हाकिम झूठ की ओर कान लगाता है, तब उसके सेवक दुष्ट हो जाते हैं
Jun 20, 2023
नीतिवचन 29:11 | मूर्ख अपने सारे मन की बात खोल देता है
Jun 19, 2023
नीतिवचन 29:10 | हत्यारे लोग खरे पुरूष से बैर रखते हैं
Jun 17, 2023
नीतिवचन 29:9 | जब बुद्धिमान मूढ़ के साथ वाद विवाद करता है, तब वहां शान्ति नहीं रहती
Jun 15, 2023
नीतिवचन 29:8 | ठट्ठा करने वाले लोग नगर को फूंक देते हैं
Jun 14, 2023
नीतिवचन 29:7 | धर्मी पुरूष कंगालों के मुकद्दमे में मन लगाता है
Jun 13, 2023
नीतिवचन 29:6 | बुरे मनुष्य का अपराध फन्दा होता है
Jun 12, 2023
नीतिवचन 29:4 | राजा न्याय से देश को स्थिर करता है
Jun 10, 2023
नीतिवचन 29:3 | वेश्याओं की संगति करनेवाला धन को उड़ा देता है
Jun 09, 2023
नीतिवचन 29:2 | जब दुष्‍ट प्रभुता करता है तब प्रजा हाय–हाय करती है
Jun 08, 2023
नीतिवचन 29:1 | जो बार-बार डाँटे जाने पर भी हठ करता है, वह अचानक नष्‍ट हो जाएगा
Jun 07, 2023
नीतिवचन 28:28 | जब दुष्ट लोग नाश हो जाते हैं, तब धर्मी उन्नति करते हैं
Jun 06, 2023
नीतिवचन 28:27 | जो निर्धन को दान देता है उसे घटी नहीं होती
Jun 05, 2023
नीतिवचन 28:26 | जो अपने ऊपर भरोसा रखता है, वह मूर्ख है
Jun 03, 2023
नीतिवचन 28:25 | जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह हृष्ट पुष्ट हो जाता है
Jun 02, 2023
नीतिवचन 28:24 | जो अपने मां-बाप को लूटता है, वह नाश करने वाले का संगी ठहरता है
Jun 01, 2023
नीतिवचन 28:23 | जो किसी मनुष्य को डांटता है, वह अन्त में अधिक प्यारा हो जाता है
May 31, 2023
नीतिवचन 28:21 | यह अच्छा नहीं कि पुरूष एक टुकड़े रोटी के लिये अपराध करे
May 29, 2023
नीतिवचन 28:20 | सच्चे मनुष्य पर बहुत आशीर्वाद होते रहते हैं
May 26, 2023
नीतिवचन 28:19 | जो निकम्मे लोगों की संगति करता है वह कंगालपन से घिरा रहता है
May 26, 2023
नीतिवचन 28:18 | जो किसी की हत्या का अपराधी हो, वह गड़हे में गिरेगा
May 24, 2023
नीतिवचन 28:17 | जो किसी की हत्या का अपराधी हो, वह गड़हे में गिरेगा
May 23, 2023
नीतिवचन 28:16 | जो प्रधान मन्दबुद्धि का होता है, वही बहुत अन्धेर करता है
May 23, 2023
नीतिवचन 28:15 | कंगाल प्रजा पर प्रभुता करने वाला दुष्ट, घूमने वाले रीछ के समान है
May 22, 2023
नीतिवचन 28:14 | जो मनुष्य निरन्तर प्रभु का भय मानता रहता है वह धन्य है
May 20, 2023
नीतिवचन 28:13 | जो अपने अपराध छिपा रखता है, उसका कार्य सफल नहीं होता
May 19, 2023
नीतिवचन 28:12 | जब दुष्ट लोग प्रबल होते हैं, तब मनुष्य अपने आप को छिपाता है
May 18, 2023
नीतिवचन 28:11 | धनी पुरूष अपनी दृष्टि में बुद्धिमान होता है, परन्तु...
May 17, 2023
नीतिवचन 28:10 | जो सीधे लोगों को कुमार्ग में ले जाता है, वह गड़हे में आप ही गिरता है
May 16, 2023
नीतिवचन 28:9 | जो व्यवस्था सुनने से कान फेर लेता है, उसकी प्रार्थना घृणित ठहरती है
May 15, 2023
नीतिवचन 28:8 | जो अपना धन बढ़ती से बढ़ाता है, वह कंगालों के लिये बटोरता है
May 13, 2023
नीतिवचन 28:7 | जो व्यवस्था का पालन करता वह समझदार सुपूत होता है
May 12, 2023
नीतिवचन 28:6 | खराई से चलने वाला निर्धन पुरूष उत्तम है
May 11, 2023
नीतिवचन 28:5 | बुरे लोग न्याय को नहीं समझ सकते
May 10, 2023
नीतिवचन 28:4 | जो लोग व्यवस्था को छोड़ देते हैं, वे दुष्ट की प्रशंसा करते हैं
May 09, 2023
नीतिवचन 28:3 | जो निर्धन पुरूष कंगालों पर अन्धेर करता है, वह भारी वर्षा के समान है
May 08, 2023
नीतिवचन 28:2 | देश में पाप होने के कारण उसके हाकिम बदलते जाते हैं
May 06, 2023
नीतिवचन 28:1 | दुष्‍ट लोग जब कोई पीछा नहीं करता तब भी भागते हैं
May 05, 2023
नीतिवचन 27:23-27 | अपने सब पशुओं की देखभाल उचित रीति से कर
May 04, 2023
नीतिवचन 27:21-22 | जैसे सोने के लिये भट्ठी हैं, वैसे ही मनुष्य के लिये उसकी प्रशंसा है
May 03, 2023
नीतिवचन 27:20 | मनुष्य की आंखें तृप्त नहीं होती
May 02, 2023
नीतिवचन 27:19 | जैसे जल में परछाई मिलती है, वैसे ही मनुष्य का मन दूसरे से मिलता है
May 01, 2023
नीतिवचन 27:18 | जो अपने स्वामी की सेवा करता उसकी महिमा होती है
Apr 29, 2023
नीतिवचन 27:17 | मनुष्य का मुख अपने मित्र की संगति से चमकदार होता है
Apr 28, 2023
नीतिवचन 27:14 | जो अपने पड़ोसी आशीर्वाद देता है, उसके लिये यह शाप गिना जाता है
Apr 27, 2023
नीतिवचन 27:12-13 | बुद्धिमान मनुष्य विपत्ति को आती देख कर छिप जाता है
Apr 26, 2023
नीतिवचन 27:11 | हे मेरे पुत्र, बुद्धिमान हो कर मेरा मन आनन्दित कर
Apr 25, 2023
नीतिवचन 27:9-10 | प्रेम करने वाला पड़ोसी, दूर रहने वाले भाई से कहीं उत्तम है
Apr 24, 2023
नीतिवचन 27:8 | घूमने वाला मनुष्य उस चिडिय़ा के समान है, जो घोंसला छोड़ कर उड़ती है
Apr 22, 2023
नीतिवचन 27:7 | भूखे को सब कड़वी वस्तुएं मीठी जान पड़ती हैं
Apr 21, 2023
नीतिवचन 27:6 | बैरी अधिक चुम्बन करता है
Apr 20, 2023
नीतिवचन 27:5-6 | जो घाव मित्र के हाथ से लगें वह विश्वासयोग्य है
Apr 18, 2023
नीतिवचन 27:3-4 | बालू में बोझ है, परन्तु मूढ का क्रोध उस से भी भारी है
Apr 18, 2023
नीतिवचन 27:1-2 | तेरी प्रशंसा और लोग करें तो करें, परन्तु तू अपने आप न करना
Apr 14, 2023
नीतिवचन 26:28 | चिकनी चुपड़ी बात बोलने वाला, विनाश का कारण होता है
Apr 13, 2023
नीतिवचन 26:27 | जो गड़हा खोदे, वही उसी में गिरेगा
Apr 12, 2023
नीतिवचन 26:24-26 | भोलेपन का दिखावा - छल के मीठे वाक्यों से सावधान
Apr 11, 2023
नीतिवचन 26:20-23 | जैसा आग में लकड़ी, वैसा ही झगड़ा बढ़ाने के लिये झगडालू होता है
Apr 10, 2023
प्रकाशितवाक्य 20:6 | धन्य और पवित्र वह है, जो इस पहिले पुनरुत्थान का भागी है
Apr 08, 2023
रोमियो 6:4 | हम भी नए जीवन की सी चाल चलें
Apr 06, 2023
1 कुरिन्थियों 15:55-57 | हे मृत्यु तेरी जय कहां रही?
Apr 05, 2023
1 कुरिन्थियों 5:7 | हमारे फसह - मसीह के लहू का महत्व
Apr 05, 2023
1 पतरस 1:18-19 | तुम्हारा छुटकारा मसीह के लोहू से हुआ है
Apr 04, 2023
यूहन्ना 3:16 | EASTER का असली उद्देश्य क्या है?
Apr 03, 2023
नीतिवचन 26:18-19 | एक पागल जो तीर फेंकता है, वैसा ही होता है जो अपने पड़ोसी को धोखा दे
Apr 01, 2023
नीतिवचन 26:17 | पराये झगड़ों में हस्तक्षेप करना, कुत्ते के कान पकड़ने जैसा है
Mar 30, 2023
नीतिवचन 26:13-16 | आलसी कहता है, कि मार्ग और चौक में सिंह है!
Mar 30, 2023
नीतिवचन 26:11-12 | जैसे कुत्ता छाँट को चाटता है, वैसे ही मूर्ख मूर्खता को दुहराता है
Mar 28, 2023
नीतिवचन 26:7-9 | जैसे लंगड़ा लड़खड़ाता हैं वैसे ही मूर्खों के मुंह में नीतिवचन होता है
Mar 28, 2023
नीतिवचन 26:6-7 | जो मूर्ख के हाथ संदेशा भेजता है, वह अपने पांव में कुल्हाड़ा मारता है
Mar 26, 2023
नीतिवचन 26:4-5 | मूर्ख को उस की मूर्खता के अनुसार उत्तर न देना
Mar 24, 2023
नीतिवचन 26:3 | घोड़े के लिये कोड़ा और मूर्खों की पीठ के लिये छड़ी है
Mar 23, 2023
नीतिवचन 26:2 | जैसे गौरिया घूमते-घूमते नहीं बैठती, वैसे ही व्यर्थ शाप नहीं पड़ता
Mar 23, 2023
नीतिवचन 26:1 | जैसे कटनी के समय वर्षा ठीक नहीं, वैसे ही मूर्ख की महिमा ठीक नहीं होती
Mar 21, 2023
नीतिवचन 25:27-28 | कठिन बातों की पूछताछ महिमा का कारण होता है
Mar 21, 2023
नीतिवचन 25:26 | जो धर्मी दुष्ट के कहने में आता है, वह गंदले सोते के समान है
Mar 19, 2023
नीतिवचन 25:23-25 | चुगली करने से मुख पर क्रोध छा जाता है
Mar 17, 2023
नीतिवचन 25:21 | यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उस को रोटी खिलाना
Mar 16, 2023
नीतिवचन 25:20 | जैसा जाड़े के दिनों में किसी का वस्त्र उतारना होता है...
Mar 15, 2023
नीतिवचन 25:19 | विपत्ति के समय विश्वासघाती का भरोसा टूटे हुए दांत के समान है
Mar 15, 2023
नीतिवचन 25:17 | अपने पड़ोसी के घर में बारम्बार जाने से अपने पांव को रोक
Mar 13, 2023
नीतिवचन 25:16 | क्या तू ने मधु पाया? तो जितना तेरे लिये ठीक हो उतना ही खाना
Mar 12, 2023
नीतिवचन 25:14 | जैसे बादल बिना दृष्टि निर्लाभ होते हैं, वैसे ही झूठ दान देने वाले होते है
Mar 11, 2023
नीतिवचन 25:13 | विश्वासयोग्य दूत से भेजने वालों का जी ठण्डा होता है
Mar 10, 2023
नीतिवचन 25:11-12 | ठीक समय पर कहा हुआ वचन, सोने के सेब जैसा होता है
Mar 09, 2023
नीतिवचन 25:8-9 | झगड़ा करने में जल्दी न करना
Mar 08, 2023
नीतिवचन 25:6-7 | राजा के साम्हने अपनी बड़ाई न करना
Mar 06, 2023
नीतिवचन 25:5 | राजा के साम्हने से दुष्ट को निकाल देने पर उसकी गद्दी स्थिर होगी
Mar 06, 2023
नीतिवचन 25:4 | चान्दी में से मैल दूर करने पर...एक पात्र हो जाता है
Mar 04, 2023
नीतिवचन 25:2-3 | परमेश्वर की महिमा गुप्त रखने में है
Mar 02, 2023
नीतिवचन 25:1 | सुलैमान के नीतिवचन ये भी हैं
Mar 01, 2023
नीतिवचन 24:30-32 | आलसी के खेत में कटीले पेड़ भर गए हैं
Feb 27, 2023
नीतिवचन 24:28-29 | व्यर्थ अपने पड़ोसी के विरूद्ध साक्षी न देना
Feb 27, 2023
नीतिवचन 24:27 | अपना बाहर का काम काज ठीक करना...
Feb 25, 2023
नीतिवचन 24:26 | जो सीधा उत्तर देता है, वह होठों को चूमता है
Feb 24, 2023
नीतिवचन 24:24-25 | जो लोग दुष्ट को डांटते हैं उनका भला होता है
Feb 23, 2023
नीतिवचन 24:21-22 | हे मेरे पुत्र, यहोवा और राजा दोनों का भय मानना
Feb 22, 2023
नीतिवचन 24:19-20 | बुरे मनुष्य को अन्त में कुछ फल न मिलेगा
Feb 21, 2023
नीतिवचन 24:15-18 | जब तेरा शत्रु गिर जाए तब तू आनन्दित न हो
Feb 20, 2023
नीतिवचन 24:13-14 | हे मेरे पुत्र तू मधु खा, क्योंकि वह अच्छा है
Feb 18, 2023
नीतिवचन 24:11-12 | जो मार डाले जाने के लिये घसीटे जाते हैं उन को छुड़ा
Feb 17, 2023
नीतिवचन 24:10 | यदि तू विपत्ति के समय साहस छोड़ दे...
Feb 16, 2023
नीतिवचन 24:7-9 | मूर्खता का विचार भी पाप है
Feb 15, 2023
नीतिवचन 24:5-6 | जब तू युद्ध करे, तब युक्ति के साथ करना
Feb 14, 2023
नीतिवचन 24:3-4 | घर बुद्धि से बनता है
Feb 13, 2023
नीतिवचन 24:1-2 | बुरे लोगों के विषय में डाह न करना
Feb 11, 2023
नीतिवचन 23:29-35 | जब दाखमधु लाल दिखाई देता है... तब उस को न देखना
Feb 10, 2023
नीतिवचन 23:26-28 | पराई स्त्री सकेत कुंए के समान है
Feb 09, 2023
नीतिवचन 23:22-25 | जब तेरी माता बुढिय़ा हो जाए, तब भी उसे तुच्छ न जानना
Feb 08, 2023
नीतिवचन 23:19-21 | दाखमधु के पीने वालों में न होना
Feb 06, 2023
नीतिवचन 23:15-18 | तू दिन भर यहोवा का भय मानते रहना
Feb 06, 2023
नीतिवचन 23v13-14 | लड़के की ताड़ना न छोड़ना...वह न मरेगा
Jan 31, 2023
नीतिवचन 23:12 | अपने कान ज्ञान की बातों की ओर लगाना
Jan 30, 2023
नीतिवचन 23:10-11 | पुराने सिवानों को न बढ़ाना, और न अनाथों के खेत में घुसना
Jan 27, 2023
नीतिवचन 23:9 | मूर्ख के साम्हने न बोलना, नहीं तो...
Jan 26, 2023
नीतिवचन 23:6-8 | धनी होने के लिये परिश्रम न करना
Jan 26, 2023
नीतिवचन 23:4-5 | धनी होने के लिये परिश्रम न करना
Jan 25, 2023
नीतिवचन 23:1-3 | इस बात को मन लगा कर सोचना कि मेरे साम्हने कौन है
Jan 24, 2023
नीतिवचन 22:29 | ऐसा पुरूष जो कामकाज में निपुण हो, वह राजाओं के सम्मुख खड़ा होगा
Jan 22, 2023
नीतिवचन 22:28 | जो सिवाना तेरे पुरखाओं ने बान्धा हो, उस को न बढ़ाना
Jan 21, 2023
नीतिवचन 22:26-27 | जो लोग ऋणियों के उत्तरदायी होते हैं, उन में तू न होना
Jan 20, 2023
नीतिवचन 22:24-25 | क्रोधी मनुष्य का मित्र न होना और उसके संग न चलना
Jan 19, 2023
नीतिवचन 22:17-19 | मैं इसलिये ये बातें तुझ को जता देता हूं, कि तेरा भरोसा यहोवा पर हो
Jan 18, 2023
नीतिवचन 22:16 | जो लाभ के निमित्त कंगाल पर अन्धेर करता है वे केवल हानि ही उठाते हैं
Jan 17, 2023
नीतिवचन 22:12 | यहोवा ज्ञानी पर दृष्टि कर के, उसकी रक्षा करता है
Jan 16, 2023
नीतिवचन 22:11 | जो मन की शुद्धता से प्रीति रखता है... राजा उसका मित्र होता है
Jan 14, 2023
नीतिवचन 22:10 | ठट्ठा करने वाले को निकाल दे, तब झगड़ा मिट जाएगा
Jan 13, 2023
नीतिवचन 22:7-9 | जो कुटिलता का बीज बोता है, वह अनर्थ ही काटेगा
Jan 12, 2023
नीतिवचन 22:6 | लड़के को शिक्षा उसी मार्ग की दे जिस में उस को चलना चाहिये
Jan 11, 2023
नीतिवचन 22:4-5 | टेढ़े मनुष्य के मार्ग में कांटे और फन्दे रहते हैं
Jan 10, 2023
नीतिवचन 22:1 | बड़े धन से अच्छा नाम अधिक चाहने योग्य है
Jan 09, 2023
नीतिवचन 21:30-31 | यहोवा के विरूद्ध न तो कुछ बुद्धि, न कोई युक्ति चलती है
Jan 07, 2023
नीतिवचन 21:29 | जो सीधा है, वह अपनी चाल सीधी करता है
Jan 06, 2023
नीतिवचन 21:27 | दुष्टों का बलिदान घृणित लगता है
Jan 05, 2023
नीतिवचन 21:23 | जो अपने मुंह को वश में रखता है वह प्राण को बचाता है
Jan 04, 2023
नीतिवचन 21:22 | बुद्धिमान शूरवीरों के नगर पर चढ़ कर... नाश करता है
Jan 03, 2023
नीतिवचन 21:20 | बुद्धिमान के घर में उत्तम धन और तेल पाए जाते हैं
Jan 02, 2023
यशायाह 40:31 | जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे
Dec 31, 2022
प्रेरितों 2:42 | और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने...और प्रार्थना करने में लौलीन रहे
Dec 30, 2022
1 थिस्सलुनीकियों 5:17-18 | निरन्तर प्रार्थना मे लगे रहो... हर बात में धन्यवाद करो
Dec 29, 2022
भजन संहिता 16:1 | हे ईश्‍वर मेरी रक्षा कर, क्योंकि मैं तेरा ही शरणागत हूँ
Dec 27, 2022
हबक्कूक 2:1 | मैं अपने पहरे पर खड़ा रहूंगा, और गुम्मट पर चढ़ कर ठहरा रहूंगा
Dec 27, 2022
भजन संहिता 23:1 | यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी
Dec 26, 2022
यूहन्ना 3:16 | ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो
Dec 24, 2022
यूहन्ना 17:9 | मैं उन के लिये बिनती करता हूं... जिन्हें तू ने मुझे दिया है
Dec 22, 2022
यूहन्ना 14:16-17 | "मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा"
Dec 22, 2022
मत्ती 20:32-34 | "तुम क्या चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिये करूं?"
Dec 21, 2022
लूका 2:29-32 | "मेरी आंखो ने तेरे उद्धार को देख लिया है"
Dec 20, 2022
लूका 1:38 | "मैं प्रभु की दासी हूं, मुझे तेरे वचन के अनुसार हो"
Dec 19, 2022
न्यायियों 1:12-15 | "तू ने मुझे दक्खिन देश तो दिया है, जल के सोते भी दे"
Dec 16, 2022
भजन संहिता 2:8 | मैं दूर दूर के देशों को तेरी निज भूमि बनने के लिये दे दूंगा
Dec 16, 2022
इफिसियों 6:18 | सब पवित्र लोगों के लिये लगातार बिनती किया करो
Dec 15, 2022
याकूब 5:16 | धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है
Dec 14, 2022
भजन संहिता 121:1-2 | मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा
Dec 13, 2022
यशायाह 55:6 | जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो
Dec 12, 2022
लूका 17:5 | “हमारा विश्‍वास बढ़ा”
Dec 10, 2022
भजन संहिता 62:5 | हे मेरे मन, परमेश्‍वर के सामने चुपचाप रह
Dec 09, 2022
भजन संहिता 95:6 | आओ हम झुक कर अपने कर्ता यहोवा के साम्हने घुटने टेकें
Dec 08, 2022
भजन संहिता 5:2 | हे मेरे परमेश्‍वर, मेरी दोहाई पर ध्यान दे
Dec 07, 2022
मत्ती 14:23 | प्रार्थना करने को अलग पहाड़ पर चढ़ गया
Dec 05, 2022
यशायाह 43:22 | तौभी हे याकूब, तू ने मुझ से प्रार्थना नहीं की
Dec 04, 2022
नीतिवचन 20:7 | जो खराई से चलता है उसके लड़के बाले धन्य होते हैं
Dec 03, 2022
नीतिवचन 19:17 | जो कंगाल पर अनुग्रह करता है, वह यहोवा को उधार देता है
Dec 02, 2022
नीतिवचन 18:20-21 | जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं
Dec 02, 2022
नीतिवचन 18:6-8 | मूर्ख का विनाश उस की बातों से होता है
Nov 30, 2022
नीतिवचन 17:27-28 | जो संभल कर बोलता है, वही ज्ञानी ठहरता है
Nov 29, 2022
नीतिवचन 17:3 | मनों को यहोवा जांचता है
Nov 28, 2022
नीतिवचन 16:11 | सच्चा तराजू और पलड़े यहोवा की ओर से होते हैं
Nov 26, 2022
नीतिवचन 16:4 | यहोवा ने सब वस्तुएं विशेष उद्देश्य के लिये बनाईं हैं
Nov 24, 2022
नीतिवचन 15:3 | यहोवा की आंखें सब स्थानों में लगी रहती हैं
Nov 24, 2022
नीतिवचन 14:27 | यहोवा का भय मानना, जीवन का सोता है
Nov 23, 2022
नीतिवचन 14:1 | हर बुद्धिमान स्त्री अपने घर को बनाती है
Nov 22, 2022
नीतिवचन 13:24 | जो बेटे पर छड़ी नहीं चलाता वह उसका बैरी है
Nov 21, 2022
नीतिवचन 13:13 | जो वचन को तुच्छ जानता, वह नाश हो जाता है!
Nov 19, 2022
नीतिवचन 12:22 | झूठों से यहोवा को घृणा आती है
Nov 16, 2022
नीतिवचन 11:28 | जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है
Nov 15, 2022
नीतिवचन 11:16 | अनुग्रह करने वाली स्त्री प्रतिष्ठा नहीं खोती है
Nov 14, 2022
नीतिवचन 10:29-30 | धर्मी सदा अटल रहेगा, परन्तु दुष्ट पृथ्वी पर बसने न पाएंगे
Nov 12, 2022
नीतिवचन 10:11 | धर्मी का मुंह तो जीवन का सोता है
Nov 11, 2022
नीतिवचन 9:10-12 | यहोवा का भय मानना बुद्धि का आरम्भ है
Nov 10, 2022
नीतिवचन 8:10-11 | चान्दी नहीं, मेरी शिक्षा ही को लो
Nov 09, 2022
नीतिवचन 6:6-11 | हे आलसी, चींटियों के काम पर ध्यान दे
Nov 07, 2022
नीतिवचन 4:18 | धर्मियों की चाल चमकती हुई ज्योति के समान है
Nov 07, 2022
नीतिवचन 3:35 | अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना
Nov 07, 2022
नीतिवचन 3:5-6 | अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना
Nov 03, 2022
नीतिवचन 3:1-2 | शांतिपूर्ण और सफल जीवन का रहस्य
Nov 02, 2022
नीतिवचन 2:3-6 | परमेश्वर के ज्ञान के उपहार को खोजे
Oct 31, 2022
⚠️ ज़रूरी सूचना ⚠️ | नीतिवचन 1:10 | बुरी संगति रखने का खतरा
Oct 31, 2022
नीतिवचन 21:18 | दुष्ट जन धर्मी की छुडौती ठहरता है
Oct 29, 2022
नीतिवचन 21:17 | जो दाखमधु पीने और तेल लगाने से प्रीति रखता है, वह धनी नहीं होता
Oct 28, 2022
नीतिवचन 21:16 | बुद्धि के मार्ग से भटक मनुष्य का ठिकाना मरे हुओं के बीच में होगा
Oct 27, 2022
नीतिवचन 21:14-15 | चुपके से दी हुई घूस से बड़ी जलजलाहट भी थमती है
Oct 26, 2022
नीतिवचन 21:13 | जो कंगाल की दोहाई पर कान न दे, उसकी सुनी न जाएगी
Oct 24, 2022
नीतिवचन 21:9 | झगड़ालू पत्नी के संग रहने से छत के कोने पर रहना उत्तम है
Oct 22, 2022
नीतिवचन 21:5 | उतावली करने वाले को केवल घटती होती है
Oct 21, 2022
नीतिवचन 21:3-4 | धर्म और न्याय करना, यहोवा को बलिदान से अधिक अच्छा लगता है
Oct 20, 2022
नीतिवचन 21:1-2 | राजा का मन नालियों के जल की नाईं यहोवा के हाथ में रहता है
Oct 19, 2022
नीतिवचन 20:30 | चोट लगने से जो घाव होते हैं, वह बुराई दूर करते हैं
Oct 18, 2022
नीतिवचन 20:29 | बूढ़ों की शोभा उनके पक्के बाल हैं
Oct 17, 2022
नीतिवचन 20:27 | मनुष्य की आत्मा यहोवा का दीपक है
Oct 14, 2022
नीतिवचन 20:26 | बुद्धिमान राजा दुष्टों को फटकता है
Oct 13, 2022
नीतिवचन 20:25 | जो मन्नत मान कर पूछ पाछ करने लगे, वह फन्दे में फंसेगा
Oct 12, 2022
नीतिवचन 20:22 | मत कह, कि मैं बुराई का पलटा लूंगा
Oct 10, 2022
नीतिवचन 20:20-21 | जो अपने माता-पिता को कोसता, उसका दिया बुझ जाता हैं
Oct 10, 2022
नीतिवचन 20:18 | सब कल्पनाएं सम्मति ही से स्थिर होती हैं
Oct 07, 2022
नीतिवचन 20:16 | जो पराए का उत्तरदायी हुआ उस से बंधक की वस्तु ले रख
Oct 07, 2022
नीतिवचन 20:15 | ज्ञान की बातें अनमोल मणी ठहरी हैं
Oct 05, 2022
नीतिवचन 20:14 | मोल लेने के समय ग्राहक तुच्छ तुच्छ कहता है
Oct 05, 2022
नीतिवचन 20:13 | नींद से प्रीति न रख, नहीं तो दरिद्र हो जाएगा
Oct 03, 2022
नीतिवचन 20:12 | कान और आंखें, दोनों को यहोवा ने बनाया है
Oct 03, 2022
नीतिवचन 20:11 | लड़का भी अपने कामों से पहिचाना जाता है
Oct 01, 2022
नीतिवचन 20:10 | घटते–बढ़ते बटखरे और नपुए से यहोवा घृणा करता है
Sep 29, 2022
नीतिवचन 20:9 | कौन कह सकता है कि मैं पाप से शुद्ध हुआ हूं?
Sep 29, 2022
नीतिवचन 20:8 | राजा अपनी दृष्टि ही से सब बुराई को उड़ा देता है
Sep 27, 2022
नीतिवचन 20:7 | जो खराई से चलता है उसके लड़के बाले धन्य होते हैं
Sep 27, 2022
नीतिवचन 20:6 | बहुत से मनुष्य अपनी कृपा का प्रचार करते हैं
Sep 26, 2022
नीतिवचन 20:5 | मनुष्य के मन की युक्ति अथाह है
Sep 16, 2022
नीतिवचन 20:3 | मुकद्दमे से हाथ उठाना, पुरूष की महिमा ठहरती है
Sep 15, 2022
नीतिवचन 20:1 | दाखमधु ठट्ठा करने वाला और मदिरा हल्ला मचाने वाली है
Sep 14, 2022
नीतिवचन 19:28-29 | अधर्मी साक्षी न्याय को ठट्ठों में उड़ाता है
Sep 13, 2022
नीतिवचन 19:27 | यदि तू भटकना चाहता है, तो शिक्षा का सुनना छोड़ दे
Sep 13, 2022
नीतिवचन 19:26 | जो पुत्र अपने माँ-बाप को उजाड़ता है...
Sep 12, 2022
नीतिवचन 19:24-25 | ठट्ठा करने वाले को मार, इस से भोला मनुष्य समझदार हो जाएगा
Sep 09, 2022
नीतिवचन 19:23 | यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है
Sep 08, 2022
नीतिवचन 19:21-22 | मनुष्य के मन में बहुत सी कल्पनाएं होती हैं
Sep 08, 2022
नीतिवचन 19:18-19 | जब तक आशा है तो अपने पुत्र को ताड़ना कर
Sep 06, 2022
नीतिवचन 19:17 | जो कंगाल पर अनुग्रह करता है, वह यहोवा को उधार देता है
Sep 06, 2022
नीतिवचन 19:13-14 | पत्नी के झगड़े-रगड़े सदा टपकने के समान है
Sep 05, 2022
नीतिवचन 19:11-12 | राजा की प्रसन्नता घास पर की ओस के तुल्य होती है
Sep 03, 2022
नीतिवचन 19:10 | हाकिमों पर दास का प्रभुता करना कैसे फबे
Sep 02, 2022
नीतिवचन 19:8 | जो समझ को धरे रहता है उसका कल्याण होता है
Aug 31, 2022
नीतिवचन 19:5 | झूठा साक्षी निर्दोष नहीं ठहरता
Aug 30, 2022
नीतिवचन 19:2-3 | मनुष्य का ज्ञान रहित रहना अच्छा नहीं
Aug 29, 2022
नीतिवचन 19:1 | जो निर्धन खराई से चलता है, वह उस मूर्ख से उत्तम है
Aug 29, 2022
नीतिवचन 18:24 | मित्रों के बढ़ाने से तो नाश होता है
Aug 27, 2022
नीतिवचन 18:23 | निर्धन गिड़गिड़ा कर बोलता है
Aug 25, 2022
नीतिवचन 18:22 | जिस ने स्त्री ब्याह ली, उस ने उत्तम पदार्थ पाया
Aug 25, 2022
नीतिवचन 18:20-21 | जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं
Aug 23, 2022
नीतिवचन 18:19 | चिढ़े हुए भाई को मनाना दृढ़ नगर के ले लेने से कठिन होता है
Aug 22, 2022
नीतिवचन 18:18 | चिट्ठी डालने से झगड़े बन्द होते हैं
Aug 20, 2022
नीतिवचन 18:17 | मुकद्दमे में जो पहिले बोलता, वही धर्मी जान पड़ता है
Aug 18, 2022
नीतिवचन 18:16 | भेंट मनुष्य के लिये मार्ग खोल देती है
Aug 18, 2022
नीतिवचन 18:14 | जब आत्मा हार जाती है तब इसे कौन सह सकता है?
Aug 17, 2022
नीतिवचन 18:13 | जो बिना बात सुने उत्तर देता है, वह मूढ़ ठहरता है
Aug 16, 2022
नीतिवचन 18:10-11 | यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है
Aug 15, 2022
नीतिवचन 18:9 | जो काम में आलस करता, वह बिगाड़ने वाले का भाई ठहरता है
Aug 13, 2022
नीतिवचन 18:6-8 | मूर्ख का विनाश उस की बातों से होता है
Aug 12, 2022
नीतिवचन 18:4 | मनुष्य के मुंह के वचन गहिरा जल के सोते हैं
Aug 10, 2022
नीतिवचन 18:1-2 | जो औरों से अलग होता है...वह अपनी ही इच्छा के लिये ऐसा करता है
Aug 09, 2022
जो संभल कर बोलता है, वही ज्ञानी ठहरता है | नीतिवचन 17:27-28
Aug 08, 2022
मूर्ख पुत्र से पिता उदास होता है | नीतिवचन 17:25
Aug 08, 2022
मूर्ख की आंखे पृथ्वी के दूर दूर देशों में लगी रहती है | नीतिवचन 17:24
Aug 05, 2022
मन का आनन्द अच्छी औषधि है | नीतिवचन 17:22
Aug 04, 2022
निर्बुद्धि मनुष्य हाथ पर हाथ मारता है | नीतिवचन 17:18
Aug 03, 2022
मित्र सब समयों में प्रेम रखता है | नीतिवचन 17:17
Aug 02, 2022
बुद्धि मोल लेने के लिये मूर्ख अपने हाथ में दाम क्यों लिए है? | नीतिवचन 17:16
Aug 01, 2022
जो दोषी को निर्दोष ठहराता है उन से यहोवा घृणा करता है | नीतिवचन 17:15
Aug 01, 2022
झगड़ा बढ़ने से पहिले उस को छोड़ देना उचित है | नीतिवचन 17:14
Jul 29, 2022
मूढ़ता में डूबे हुए मूर्ख से मिलना भला नहीं | नीतिवचन 17:12
Jul 28, 2022
एक घुड़की समझने वाले के मन में अधिक गड़ती है | नीतिवचन 17:10-11
Jul 27, 2022
जो दूसरे के अपराध को ढांप देता, वह प्रेम का खोजी ठहरता है | नीतिवचन 17:9
Jul 27, 2022
देने वाले के हाथ में घूस मोह लेने वाले मणि का काम देता है | नीतिवचन 17:8
Jul 25, 2022
प्रधान के मुख से झूठी बात नहीं फबती | नीतिवचन 17:7
Jul 25, 2022
बाल-बच्चों की शोभा उनके माता-पिता हैं | नीतिवचन 17:6
Jul 22, 2022
मनों को यहोवा जांचता है | नीतिवचन 17:3
Jul 21, 2022
बुद्धिमान दास अपने स्वामी के पुत्र पर शासन करेगा | नीतिवचन 17:2
Jul 20, 2022
चैन के साथ सूखा टुकड़ा उस घर की अपेक्षा उत्तम है जिस में झगड़े हों | नीतिवचन 17:1
Jul 19, 2022
चिट्ठी का निकलना यहोवा ही की ओर से होता है | नीतिवचन 16:33
Jul 18, 2022
विलम्ब से क्रोध करना वीरता से उत्तम है | नीतिवचन 16:32
Jul 18, 2022
पक्के बाल शोभायमान मुकुट ठहरते हैं | नीतिवचन 16:31
Jul 15, 2022
उपद्रवी मनुष्य अपने पड़ोसी को फुसला कर कुमार्ग पर चलाता है | नीतिवचन 16:29-30
Jul 14, 2022
टेढ़ा मनुष्य बहुत झगड़े को उठाता है | नीतिवचन 16:27-28
Jul 14, 2022
बुद्धिमान का मन उसके मुंह पर भी बुद्धिमानी प्रगट करता है | नीतिवचन 16:23-24
Jul 12, 2022
जिसके हृदय में बुद्धि है, वह समझ वाला कहलाता है | नीतिवचन 16:21-22
Jul 12, 2022
जो यहोवा पर भरोसा रखता, वह धन्य होता है | नीतिवचन 16:20
Jul 11, 2022
विनाश से पहिले गर्व, और ठोकर खाने से पहिले घमण्ड होता है | नीतिवचन 16:18-19
Jul 09, 2022
जो अपने चाल की चौकसी करता, वह अपने प्राण की रक्षा करता है | नीतिवचन 16:16-17
Jul 07, 2022
राजा का क्रोध मृत्यु के दूत के समान है | नीतिवचन 16:14-15
Jul 07, 2022
दुष्टता करना राजाओं के लिये घृणित काम है | नीतिवचन 16:12-13
Jul 05, 2022
सच्चा तराजू और पलड़े यहोवा की ओर से होते हैं | नीतिवचन 16:11
Jul 05, 2022
राजा के मुंह से दैवी वाणी निकलती है | नीतिवचन 16:10
Jul 04, 2022
जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है... | नीतिवचन 16:7
Jul 02, 2022
यहोवा के भय मानने के द्वारा मनुष्य बुराई करने से बच जाते हैं | नीतिवचन 16:6
Jul 01, 2022
यहोवा ने सब वस्तुएं विशेष उद्देश्य के लिये बनाईं हैं | नीतिवचन 16:4
Jun 29, 2022
अपने कामों को यहोवा पर डाल दे | नीतिवचन 16:3
Jun 28, 2022
मनुष्य अपनी दृष्टि में पवित्र ठहरता है, परन्तु यहोवा मन को तौलता है | नीतिवचन 16:2
Jun 28, 2022
मुंह से कहना यहोवा की ओर से होता है | नीतिवचन 16:1
Jun 27, 2022
यहोवा के भय मानने से शिक्षा प्राप्त होती है | नीतिवचन 15:32-33
Jun 24, 2022
जो जीवनदायी डांट सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है | नीतिवचन 15:31
Jun 24, 2022
अपने ही लोहू के द्वारा पवित्र स्थान में प्रवेश किया | इब्रानियों 9:12
Jun 22, 2022
आंखों की चमक से मन को आनन्द होता है | नीतिवचन 15:30
Jun 20, 2022
धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूं | नीतिवचन 15:28
Jun 20, 2022
जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं, उस घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जावेगा | लूका 12:36-40
Jun 18, 2022
लालची अपने घराने को दु:ख देता है | नीतिवचन 15:27
Jun 16, 2022
यहोवा विधवा के सिवाने को अटल रखता है | नीतिवचन 15:25
Jun 15, 2022
बुद्धिमान के लिये जीवन का मार्ग ऊपर की ओर जाता है | नीतिवचन 15:24
Jun 14, 2022
अवसर पर कहा हुआ वचन क्या ही भला होता है! | नीतिवचन 15:23
Jun 13, 2022
बिना सम्मति की कल्पनाएं निष्फल हुआ करती हैं | नीतिवचन 15:22
Jun 13, 2022
निर्बुद्धि को मूढ़ता से आनन्द होता है | नीतिवचन 15:21
Jun 10, 2022
बुद्धिमान पुत्र से पिता आनन्दित होता है | नीतिवचन 15:20
Jun 09, 2022
आलसी का मार्ग कांटों से रून्धा हुआ होता है | नीतिवचन 15:19
Jun 08, 2022
जो विलम्ब से क्रोध करने वाला है, वह मुकद्दमों को दबा देता है | नीतिवचन 15:18
Jun 07, 2022
प्रेम वाले घर में साग पात का भोजन उत्तम है | नीतिवचन 15:17
Jun 06, 2022
यहोवा के भय के साथ रखा हुआ थोड़ा ही धन उत्तम है | नीतिवचन 15:16
Jun 06, 2022
जिसका मन प्रसन्न रहता है, वह मानो नित्य भोज में जाता है | नीतिवचन 15:15
Jun 03, 2022
मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है | नीतिवचन 15:13
Jun 02, 2022
ठट्ठा करने वाला डांटे जाने से प्रसन्न नहीं होता | नीतिवचन 15:12
Jun 01, 2022
अधोलोक और विनाशलोक यहोवा के साम्हने खुले रहते हैं | नीतिवचन 15:11
Jun 01, 2022
जो डांट से बैर रखता, वह अवश्य मर जाता है | नीतिवचन 15:10
May 30, 2022
दुष्ट लोगों के बलिदान से यहोवा धृणा करता है | नीतिवचन 15:8-9
May 30, 2022
धर्मी के घर में बहुत धन रहता है | नीतिवचन 15:6
May 27, 2022
उलट फेर की बात से आत्मा दु:खित होती है | नीतिवचन 15:4
May 27, 2022
यहोवा की आंखें सब स्थानों में लगी रहती हैं | नीतिवचन 15:3
May 26, 2022
कोमल उत्तर सुनने से जलजलाहट ठण्डी होती है | नीतिवचन 15:1-2
May 25, 2022
जिस ने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है... वही उसे पूरा करेगा | फिलिप्पियों 1:6
May 24, 2022
तुम भी अपने आप को परमेश्वर के लिये मसीह यीशु में जीवित समझो | रोमियो 6:11
May 23, 2022
वैसे ही तुम मसीह यीशु हमारे प्रभु की संगति में चलते रहो | कुलुस्सियों 2:6-7
May 20, 2022
तुम परमेश्वर की भली, भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो | रोमियो 12:1-2
May 20, 2022
और वही देह, अर्थात कलीसिया का सिर है | कुलुस्सियों 1:18
May 19, 2022
"मेरा भोजन यह है, कि अपने भेजने वाले की इच्छा के अनुसार चलूं..." | यूहन्ना 4:34
May 17, 2022
यहां तक आज्ञाकारी रहा, कि क्रूस की मृत्यु भी सह ली | फिलिप्पियों 2:8
May 17, 2022
निडरता और दृढ़ता के साथ परमेश्वर से प्रार्थना करे | लूका 11:5-8
May 16, 2022
जो परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं | रोमियो 8:14
May 14, 2022
तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो | मत्ती 6:10
May 13, 2022
क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है | 2 कुरिन्थियों 5:14-15
May 11, 2022
"जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा, वैसा ही मैं ने तुम से प्रेम रखा" | यूहन्ना 15:9-10
May 11, 2022
"आपस में प्रेम रखोगे तो सब जानेंगे, कि तुम मेरे चेले हो" | यूहन्ना 13:34-35
May 10, 2022
"जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो" | यूहन्ना 13:34
May 09, 2022
सो सत्य से अपनी कमर कस लो | इफिसियों 6:13-14
May 07, 2022
और जितने लोग अधर्म से प्रसन्न होते हैं, सब दण्ड पाएं | 2 थिस्सलुनीकियों 2:7-12
May 05, 2022
हम उस में जो सत्य है, अर्थात उसके पुत्र यीशु मसीह में रहते हैं | 1 यूहन्ना 5:20
May 04, 2022
वह सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा | यूहन्ना 16:13
May 03, 2022
मेरा घर सब जातियों के लिये प्रार्थना का घर कहलाएगा | मरकुस 11:17
May 02, 2022
उस पवित्रता के खोजी हो जिस के बिना कोई प्रभु को न देखेगा | इब्रानियों 12:14
Apr 30, 2022
"सेनाओं का यहोवा पवित्र, पवित्र, पवित्र है..." | यशायाह 6:1-3
Apr 29, 2022
किसी का जीवन उस की संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता | लूका 12:15
Apr 28, 2022
क्योंकि मैं उसे जिस की मैं ने प्रतीति की है, जानता हूं | 2 तीमुथियुस 1:12
Apr 27, 2022
क्योंकि हम मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए है | इफिसियों 2:10
Apr 26, 2022
आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए | इफिसियों 2:6-7
Apr 25, 2022
तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो | इफिसियों 2:13
Apr 23, 2022
और स्वर्गीय स्थानों में मसीह यीशु के साथ बैठाया | इफिसियों 2:6
Apr 22, 2022
अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है | इफिसियों 2:5
Apr 21, 2022
तब यीशु ने फिर बड़े शब्द से चिल्‍लाकर प्राण छोड़ दिए (भाग-2) | मत्ती 27:50-53 | Easter Series
Apr 16, 2022
तब यीशु ने फिर बड़े शब्द से चिल्‍लाकर प्राण छोड़ दिए (भाग-1) | मत्ती 27:50-53 | Easter Series
Apr 15, 2022
"हे यहोवा, हे सत्यवादी ईश्‍वर, तू ने मुझे मोल लेकर मुक्‍त किया है" | भजन संहिता 31:5 | Easter Series
Apr 11, 2022
“हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ” (भाग-2) | लूका 23:46 | Easter Series
Apr 11, 2022
“हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ” (भाग-1) | लूका 23:46 | Easter Series
Apr 08, 2022
यीशु ने कहा "पूरा हुआ" और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए (भाग-3) | यूहन्ना 19:30 | Easter Series
Apr 07, 2022
यीशु ने कहा "पूरा हुआ" और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए (भाग-2) | यूहन्ना 19:30 | Easter Series
Apr 06, 2022
यीशु ने कहा "पूरा हुआ" और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए (भाग-1) | यूहन्ना 19:30 | Easter Series
Apr 05, 2022
यीशु ने यह जानकर कि सब कुछ हो चुका... कहा "मैं प्यासा हूं" | यूहन्ना 19:28 | Easter Series
Apr 05, 2022
"एली, एली, लमा शबक्तनी ?" | मत्ती 27:46 | Easter Series
Apr 04, 2022
"...आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा" | लूका 23:42-43 | Easter Series
Apr 02, 2022
"हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं..." (भाग-2) | लूका 23:34 | Easter Series
Apr 01, 2022
"हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं..." | लूका 23:34 | Easter Series
Mar 31, 2022
परमेश्वर का मेम्ना... जो जगत के पाप उठा ले जाता है | यूहन्ना 1:29 | Easter Series
Mar 29, 2022
"...मेरे सिवा कोई तेरा उद्धारकर्ता नहीं हैं" | होशे 13:4 | Easter Series
Mar 29, 2022
मसीह का लोहू... तुम्हारे विवेक को... क्यों न शुद्ध करेगा ! | इब्रानियों 9:13-14 | Easter Series
Mar 28, 2022
इसलिये कि व्यवस्था ने किसी बात की सिद्धि नहीं कि | इब्रानियों 7:19 | Easter Series
Mar 25, 2022
विश्वास ही से उस ने फसह और लोहू छिड़कने की विधि मानी | इब्रानियों 11:28 | Easter Series
Mar 25, 2022
परमेश्वर ने प्रथम युग के भक्तिहीन संसार पर महा जल-प्रलय भेजा | 2 पतरस 2:5 | Easter Series
Mar 23, 2022
विश्वास ही से हाबिल ने उत्तम बलिदान परमेश्वर के लिये चढ़ाया | इब्रानियों 11:4 | Easter Series
Mar 22, 2022
बिना लहू बहाए पापों की क्षमा नहीं! | उत्पत्ति 3:21 | Easter Series
Mar 22, 2022
वह मेम्ना जो जगत की उत्पत्ति के समय घात हुआ | प्रकाशितवाक्य 13:8 | Easter Series
Mar 21, 2022
हमारे परमेश्वर यहोवा की मनोहरता हम पर प्रगट हो | भजन संहिता 90:17
Mar 18, 2022
यहोवा सारी विपत्ति से तेरी रक्षा करेगा | भजन संहिता 121:7 | दैनिक मन्ना
Mar 18, 2022
हे प्रभु, तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है! | भजन संहिता 90:1
Mar 17, 2022
यहोवा यों कहता है: "मैं सब से पहिला हूं और मैं ही अन्त तक रहूंगा !" | यशायाह 44:6
Mar 15, 2022
...वह नहीं जानता था कि उसके चेहरे से किरणें निकल रही हैं! | निर्गमन 34:29
Mar 15, 2022
चुप हो जाओ और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं! | भजन संहिता 46:10
Mar 14, 2022
जो कर्मचारी बुद्धि से काम करता है, उस पर राजा प्रसन्न होता है | नीतिवचन 14:35
Mar 12, 2022
जाति की बढ़ती धर्म ही से होती है | नीतिवचन 14:34
Mar 10, 2022
मूर्खों के अन्त:करण में जो कुछ है वह प्रगट हो जाता है | नीतिवचन 14:33
Mar 09, 2022
दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नाश हो जाता है | नीतिवचन 14:32
Mar 08, 2022
जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निन्दा करता है! | नीतिवचन 14:31
Mar 07, 2022
शान्त मन, तन का जीवन है | नीतिवचन 14:30
Mar 07, 2022
राजा की महिमा प्रजा की बहुतायत से होती है | नीतिवचन 14:28
Mar 04, 2022
यहोवा का भय मानना, जीवन का सोता है | नीतिवचन 14:27
Mar 04, 2022
यहोवा के भय मानने से दृढ़ भरोसा होता है | नीतिवचन 14:26
Mar 03, 2022
जो झूठी बातें उड़ाया करता है उस से धोखा ही होता है | नीतिवचन 14:25
Mar 01, 2022
बुद्धिमानों का धन उन का मुकुट ठहरता है | नीतिवचन 14:24
Mar 01, 2022
तुम लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे... इन का होना अवश्य है! | मत्ती 24:6
Feb 28, 2022
तुम लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे, देखो घबरा न जाना | मत्ती 24:6-7
Feb 26, 2022
बकवाद करने से केवल घटती होती है! | नीतिवचन 14:23
Feb 24, 2022
निर्धन का पड़ोसी भी उस से घृणा करता है! | नीतिवचन 14:20-21
Feb 24, 2022
दुष्ट लोग धर्मी के फाटक पर दण्डवत करते हैं | नीतिवचन 14:19
Feb 23, 2022
जो झट क्रोध करे, वह मूढ़ता का काम भी करेगा | नीतिवचन 14:17
Feb 22, 2022
बुद्धिमान डर कर बुराई से हटता है | नीतिवचन 14:16
Feb 21, 2022
भोला तो हर एक बात को सच मानता है | नीतिवचन 14:15
Feb 18, 2022
जिसका मन ईश्वर से हटता है वह अपनी चाल-चलन का फल भोगता है! | नीतिवचन 14:14
Feb 17, 2022
हंसी के समय भी मन उदास होता है! | नीतिवचन 14:13
Feb 17, 2022
ऐसा मार्ग है जो मनुष्य को ठीक दिखता है, परन्तु... | नीतिवचन 14:12
Feb 16, 2022
सीधे लोगों के तम्बू में आबादी होती है | नीतिवचन 14:11
Feb 14, 2022
मन अपना ही दु:ख जानता है! | नीतिवचन 14:10
Feb 13, 2022
मूढ़ लोग दोषी होने को ठट्ठा जानते हैं | नीतिवचन 14:9
Feb 12, 2022
मूर्खों की मूढ़ता छल करना है | नीतिवचन 14:8
Feb 10, 2022
मूर्ख से अलग हो जा! | नीतिवचन 14:7
Feb 10, 2022
ठट्ठा करने वाला बुद्धि को ढूंढ़ता, परन्तु नहीं पाता | नीतिवचन 14:6
Feb 09, 2022
झूठा साक्षी झूठी बातें उड़ाता है | नीतिवचन 14:5
Feb 08, 2022
जहां बैल नहीं, वहां गौशाला निर्मल तो रहती है! | नीतिवचन 14:4
Feb 07, 2022
मूढ़ के मुंह में गर्व का अंकुर है! | नीतिवचन 14:3
Feb 04, 2022
हर बुद्धिमान स्त्री अपने घर को बनाती है | नीतिवचन 14:1
Feb 03, 2022
धर्मी पेट भर खाने पाता है | नीतिवचन 13:25
Feb 02, 2022
जो बेटे पर छड़ी नहीं चलाता वह उसका बैरी है! | नीतिवचन 13:24
Feb 01, 2022
निर्बल लोगों को खेती बारी से बहुत भोजनवस्तु मिलती है | नीतिवचन 13:23
Feb 01, 2022
भला मनुष्य अपने नाती-पोतों के लिये भाग छोड़ जाता है | नीतिवचन 13:22
Jan 30, 2022
...धर्मियों को अच्छा फल मिलता है! | नीतिवचन 13:21
Jan 28, 2022
बुराई पापियों के पीछे पड़ती है! | नीतिवचन 13:21
Jan 27, 2022
बुद्धिमानों की संगति में तू भी बुद्धिमान हो जाएगा! | नीतिवचन 13:20
Jan 26, 2022
दुष्ट दूत बुराई में फंसता है | नीतिवचन 13:17
Jan 25, 2022
सुबुद्धि के कारण अनुग्रह होता है | नीतिवचन 13:15-16
Jan 24, 2022
जो वचन को तुच्छ जानता, वह नाश हो जाता है! | नीतिवचन 13:13
Jan 23, 2022
जब आशा पूरी होने में विलम्ब होता है, तो मन शिथिल होता है | नीतिवचन 13:12
Jan 21, 2022
जो अपने परिश्रम से बटोरता, उसकी बढ़ती होती है | नीतिवचन 13:11
Jan 20, 2022
धर्मियों की ज्योति आनन्द के साथ रहती है | नीतिवचन 13:9
Jan 19, 2022
कोई अपने आप को दौलतमंद जताता है लेकिन ग़रीब है | नीतिवचन 13:7-8
Jan 18, 2022
जो अपने मुंह की चौकसी करता है, वह अपने प्राण की रक्षा करता है! | नीतिवचन 13:3
Jan 17, 2022
सज्जन अपनी बातों के कारण उत्तम वस्तु खाने पाता है | नीतिवचन 13:2
Jan 16, 2022
बुद्धिमान पुत्र पिता की शिक्षा सुनता है | नीतिवचन 13:1
Jan 14, 2022
कामकाजी को अनमोल वस्तु मिलती है | नीतिवचन 12:28
Jan 13, 2022
कामकाजी को अनमोल वस्तु मिलती है | नीतिवचन 12:27
Jan 12, 2022
धर्मी अपने पड़ोसी की अगुवाई करता है! | नीतिवचन 12:26
Jan 11, 2022
उदास मन दब जाता है! | नीतिवचन 12:25
Jan 11, 2022
कामकाजी लोग प्रभुता करते हैं! | नीतिवचन 12:24
Jan 09, 2022
झूठों से यहोवा को घृणा आती है! | नीतिवचन 12:22
Jan 08, 2022
बिना सोच विचार का बोलना तलवार की नाईं चुभता है! | नीतिवचन 12:18-19
Jan 07, 2022
मूढ़ को अपनी ही चाल सीधी जान पड़ती है! | नीतिवचन 12:15
Jan 06, 2022
दुष्ट जन बुरे लोगों के जाल की अभिलाषा करते हैं | नीतिवचन 12:12
Jan 04, 2022
जो निकम्मों की संगति करता, वह निर्बुद्धि ठहरता है! | नीतिवचन 12:11
Jan 03, 2022
र्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है | नीतिवचन 12:10
Jan 03, 2022
हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो! | भजन संहिता 100:1-5
Jan 01, 2022
धर्मी को हानि नहीं होती है | नीतिवचन 12:21
Dec 30, 2021
मनुष्य कि बुद्धि के अनुसार उसकी प्रशंसा होती है | नीतिवचन 12:8-9
Dec 29, 2021
भली स्त्री अपने पति का मुकुट है | नीतिवचन 12:4
Dec 28, 2021
कोई मनुष्य दुष्टता के कारण स्थिर नहीं होता | नीतिवचन 12:2-3
Dec 27, 2021
धर्मी को पृथ्वी पर फल मिलेगा | नीतिवचन 11:30-31
Dec 26, 2021
परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा | यूहन्ना 3:16-17
Dec 25, 2021
वह उस घड़ी वहां आकर प्रभु का धन्यवाद करने लगी | लूका 2:38
Dec 23, 2021
आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है | लूका 2:10-11
Dec 23, 2021
डरो मत, खड़े खड़े वह उद्धार का काम देखो | निर्गमन 14:13
Dec 21, 2021
⚠️ ज़रूरी सूचना | दैनिक मन्ना ⚠️
Dec 21, 2021
जिस पर ईश्वर का अनुग्रह हुआ है, प्रभु तेरे साथ है | लूका 1:28
Dec 19, 2021
जो अपने घराने को दु:ख देता, उसका भाग वायु ही होगा | नीतिवचन 11:29
Dec 17, 2021
जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है | नीतिवचन 11:28
Dec 17, 2021
जो दूसरे की बुराई का खोजी होता है, उसी पर बुराई आ पड़ती है | नीतिवचन 11:27
Dec 15, 2021
जो औरों की खेती सींचता है, उसकी भी सींची जाएगी | नीतिवचन 11:24-25
Dec 14, 2021
धर्मियों की लालसा तो केवल भलाई की होती है | नीतिवचन 11:23
Dec 13, 2021
जो स्त्री विवेक नहीं रखती, वह नथ पहिने हुए सूअर के समान है | नीतिवचन 11:22
Dec 12, 2021
मैं दृढ़ता के साथ कहता हूं, धर्मी का वंश बचाया जाएगा | नीतिवचन 11:21
Dec 10, 2021
कृपालु मनुष्य अपना ही भला करता है | नीतिवचन 11:17
Dec 09, 2021
अनुग्रह करने वाली स्त्री प्रतिष्ठा नहीं खोती है | नीतिवचन 11:16
Dec 06, 2021
सम्मति देने वालों की बहुतायत के कारण बचाव होता है | नीतिवचन 11:14
Dec 05, 2021
जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता है, वह निर्बुद्धि है | नीतिवचन 11:12-13
Dec 04, 2021
सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की बढ़ती होती है | नीतिवचन 11:10-11
Dec 02, 2021
भक्तिहीन जन अपने पड़ोसी को अपने मुंह की बात से बिगाड़ता है | नीतिवचन 11:9
Dec 02, 2021
जब दुष्ट मरता है, तब उसकी आशा टूट जाती है ! | नीतिवचन 11:7
Nov 30, 2021
धन से कुछ लाभ नहीं होता, धर्म मृत्यु से भी बचाता है | नीतिवचन 11:4 | दैनिक मन्ना
Nov 29, 2021
जब अभिमान होता है, तब अपमान भी होता है | नीतिवचन 11:2
Nov 28, 2021
छल के तराजू से यहोवा को घृणा आती है | नीतिवचन 11:1
Nov 26, 2021
धर्मी सदा अटल रहेगा, परन्तु दुष्ट पृथ्वी पर बसने न पाएंगे | नीतिवचन 10:29-30
Nov 25, 2021
यहोवा के भय मानने से आयु बढ़ती है | नीतिवचन 10:27-28
Nov 24, 2021
जैसे आंख को धूंआ, वैसे आलसी उन को लगता है जो उस को कहीं भेजते हैं | नीतिवचन 10:26
Nov 23, 2021
बवण्डर निकल जाते ही दुष्ट जन लोप हो जाता है | नीतिवचन 10:25
Nov 22, 2021
दुष्ट जन जिस विपत्ति से डरता है, वह उस पर आ पड़ती है | नीतिवचन 10:24
Nov 21, 2021
धन यहोवा की आशीष ही से मिलता है | नीतिवचन 10:22
Nov 19, 2021
धर्मी के वचनों से बहुतों का पालन पोषण होता है | नीतिवचन 10:20-21
Nov 18, 2021
जहां बहुत बातें होती हैं, वहां अपराध भी होता है | नीतिवचन 10:18-20
Nov 17, 2021
जो डांट से मुंह मोड़ता, वह भटकता है | नीतिवचन 10:17
Nov 16, 2021
धर्मी का परिश्रम जीवन के लिये होता है | नीतिवचन 10:16
Nov 15, 2021
कंगाल लोग निर्धन होने के कारण विनाश होते हैं | नीतिवचन 10:14-15
Nov 14, 2021
निर्बुद्धि की पीठ के लिये कोड़ा है | नीतिवचन 10:13
Nov 12, 2021
प्रेम से सब अपराध ढंप जाते हैं! | नीतिवचन 10:12
Nov 11, 2021
धर्मी का मुंह तो जीवन का सोता है | नीतिवचन 10:11
Nov 10, 2021
जो आँख मारता है, उस से औरों को दुख मिलता है | नीतिवचन 10:10
Nov 09, 2021
जो टेढ़ी चाल चलता है उसकी चाल प्रगट हो जाती है | नीतिवचन 10:9
Nov 08, 2021
जो बुद्धिमान है, वह आज्ञाओं को स्वीकार करता है | नीतिवचन 10:8
Nov 07, 2021
धर्मी को लोग आशीर्वाद देते हैं, परन्तु दुष्टों का नाम मिट जाता है | नीतिवचन 10:7
Nov 05, 2021
धर्मी पर बहुत से आर्शीवाद होते हैं | नीतिवचन 10:6
Nov 04, 2021
जो बेटा कटनी के समय भारी नींद में रहता है, वह लज्जा का कारण होता है | नीतिवचन 10:5
Nov 03, 2021
जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है | नीतिवचन 10:4
Nov 02, 2021
धर्मी को यहोवा भूखा मरने नहीं देता | नीतिवचन 10:3
Nov 01, 2021
दुष्टों के धन से लाभ नही होता! | नीतिवचन 10:2
Nov 01, 2021
मूर्ख पुत्र के कारण माता उदास रहती है! | नीतिवचन 10:1
Oct 29, 2021
चोरी का पानी मीठा होता है! | नीतिवचन 9:13-18
Oct 28, 2021
यहोवा का भय मानना बुद्धि का आरम्भ है? | नीतिवचन 9:10-12
Oct 28, 2021
ठट्ठा करने वाले को न डांट ऐसा न हो कि वह तुझ से बैर रखे! | नीतिवचन 9:7-9
Oct 26, 2021
बुद्धि ने अपना घर बनाया और उसके सातों खंभे गढ़े हुए हैं | नीतिवचन 9:1-6
Oct 25, 2021
"जो मुझे पाता है, वह जीवन को पाता है..." | नीतिवचन 8:32-36
Oct 25, 2021
"यहोवा ने मुझे प्राचीनकाल के कामों से भी पहिले उत्पन्न किया..." | नीतिवचन 8:22-31
Oct 22, 2021
"मेरा फल चोखे सोने वरन कुन्दन से भी उत्तम है..." | नीतिवचन 8:18-21
Oct 21, 2021
"मेरे ही द्वारा राजा राज्य करते हैं..." | नीतिवचन 8:14-17
Oct 20, 2021
यहोवा का भय मानना, बुराई से बैर रखना है | नीतिवचन 8:12-13
Oct 19, 2021
चान्दी नहीं मेरी शिक्षा को लो | नीतिवचन 8:10-11
Oct 18, 2021
तेरा मन ऐसी स्त्री के मार्ग की ओर न फिरे | नीतिवचन 7:22-27
Oct 17, 2021
बुद्धि से कह कि, तू मेरी बहिन है | नीतिवचन 7:4-5
Oct 15, 2021
मेरी आज्ञाओं को मान, और अपने हृदय की पटिया पर लिख ले | नीतिवचन 7:1-3
Oct 14, 2021
क्योंकि जलन से पुरूष बहुत ही क्रोधित हो जाता है | नीतिवचन 6:34-35
Oct 13, 2021
जो परस्त्रीगमन करता है, वह अपने प्राणों को नाश करना चाहता है! | नीतिवचन 6:30-33
Oct 12, 2021
जो पराई स्त्री के पास जाता है, वह दण्ड से न बचेगा | नीतिवचन 6:27-29
Oct 12, 2021
आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति है | नीतिवचन 6:23-24
Oct 11, 2021
हे मेरे पुत्र, मेरी आज्ञा को मान | नीतिवचन 6:20-22
Oct 08, 2021
इन 6 वस्तुओं से यहोवा बैर रखता है! (भाग-2) | नीतिवचन 6:16-19
Oct 08, 2021
इन 6 वस्तुओं से यहोवा बैर रखता है! | नीतिवचन 6:16-17
Oct 07, 2021
अनर्थकारी पर विपत्ति अचानक आ पड़ेगी और वह नाश हो जाएगा! | नीतिवचन 6:12-15
Oct 05, 2021
हे आलसी, चींटियों के काम पर ध्यान दे | नीतिवचन 6:6-11
Oct 04, 2021
अपने पड़ोसी का कर्ज़दार न बन! | नीतिवचन 6:1-5
Oct 04, 2021
मनुष्य के मार्ग यहोवा की दृष्टि से छिपे नहीं हैं | नीतिवचन 5:21-23
Oct 02, 2021
तू अपने ही कूंए से सोते का जल पिया करना | नीतिवचन 5:15-17
Sep 30, 2021
अपने पांव को बुराई के मार्ग पर चलने से हटा ले | नीतिवचन 4:25-27
Sep 29, 2021
धर्मियों की चाल चमकती हुई ज्योति के समान है | नीतिवचन 4:18
Sep 28, 2021
दुष्टों की बाट में पांव न धरना | नीतिवचन 4:13-17
Sep 27, 2021
बुद्धि को प्राप्त कर, समझ को भी प्राप्त कर | नीतिवचन 4:5-9
Sep 27, 2021
तू मेरी आज्ञाओं का पालन कर तब जीवित रहेगा | नीतिवचन 4:1-4
Sep 24, 2021
हे मेरे पुत्रो, पिता की शिक्षा सुनो | नीतिवचन 4:1-2
Sep 23, 2021
बुद्धिमान महिमा को पाएंगे | नीतिवचन 3:35
Sep 22, 2021
दुष्ट के घर पर यहोवा का शाप होता है | नीतिवचन 3:33-35
Sep 21, 2021
उपद्रवी पुरूष से डाह न करना, और ना उसकी सी चाल चलना | नीतिवचन 3:30-32
Sep 20, 2021
भला करने से न रुकना | नीतिवचन 3:27-29
Sep 20, 2021
जब तू लेटेगा तब सुख की नींद आएगी | नीतिवचन 3:24-26
Sep 17, 2021
बुद्धि और समझ को अपनी नज़रों से ओझल होने न दें | नीतिवचन 3:21-23
Sep 16, 2021
हमारे परमेश्वर की रचनात्मक बुद्धि | नीतिवचन 3:19-20
Sep 15, 2021
शांतिपूर्ण और सुखी जीवन कैसे बिताए | नीतिवचन 3:16-18
Sep 14, 2021
क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए | नीतिवचन 3:13-15
Sep 13, 2021
यहोवा जिस से प्रेम रखता है उस को डांटता है | नीतिवचन 3:11-12
Sep 12, 2021
अपनी संपत्ति देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना | नीतिवचन 3:9-10
Sep 10, 2021
अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना | नीतिवचन 3:7-8
Sep 10, 2021
अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना | नीतिवचन 3:5-6
Sep 08, 2021
कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं | नीतिवचन 3:3-4
Sep 07, 2021
शांतिपूर्ण और सफल जीवन का रहस्य | नीतिवचन 3:1-2
Sep 06, 2021
मीठी-बातें बोलने वाली स्त्री से सावधान! | नीतिवचन 2:16-18
Sep 06, 2021
परमेश्वर के बुद्धि की खोज करने का लाभ | नीतिवचन 2:7-8
Sep 03, 2021
परमेश्वर के ज्ञान के उपहार को खोजे | नीतिवचन 2:3-6
Sep 02, 2021
बुद्धि सड़क में ऊंचे स्वर से बोलती है | नीतिवचन 1:20-23
Sep 02, 2021
बुरी संगति रखने का खतरा! | नीतिवचन 1:10
Sep 02, 2021